Aadhar Card New Rules: भारत में आधार कार्ड आज हर नागरिक की पहचान का अहम दस्तावेज बन चुका है। बैंकिंग, सरकारी योजनाओं, टैक्स फाइलिंग और सिम कार्ड जैसी कई सेवाओं में इसकी जरूरत पड़ती है। अब यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने 1 नवंबर से आधार कार्ड से जुड़े तीन अहम नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है। आइए जानते हैं, कौन से हैं ये नए नियम और इनका क्या असर पड़ेगा।
1. दस्तावेज अपडेट करने के लिए नई प्रक्रिया (Aadhar Card New Rules)
UIDAI ने आधार कार्ड में दस्तावेज अपडेट करने की प्रक्रिया में बदलाव किया है। अब जो लोग अपने आधार में नाम, पता, जन्मतिथि या अन्य जानकारी अपडेट करवाना चाहते हैं, उन्हें नए डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन सिस्टम के तहत आवेदन करना होगा।
यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि फर्जी दस्तावेजों से आधार अपडेट कराने की समस्या को रोका जा सके। अब सभी दस्तावेजों का डिजिटल सत्यापन अनिवार्य होगा।
2. 10 साल पुराने आधार को अनिवार्य रूप से अपडेट करना
UIDAI ने साफ किया है कि जिनका आधार 10 साल से ज्यादा पुराना हो गया है, उन्हें अपने दस्तावेज दोबारा अपडेट कराना जरूरी होगा। यह प्रक्रिया 1 नवंबर से लागू हो जाएगी।इसका उद्देश्य नागरिकों की पहचान को अद्यतन बनाए रखना और गलत जानकारियों को सुधारना है। अगर कोई व्यक्ति निर्धारित समय पर अपडेट नहीं करता, तो कुछ सेवाओं में आधार की वैधता अस्थायी रूप से निलंबित की जा सकती है।
3. बायोमेट्रिक अपडेट के नए नियम
UIDAI ने बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट के नियमों में भी बदलाव किया है।
अब बच्चों के लिए 5 वर्ष, 10 वर्ष और 15 वर्ष की उम्र में बायोमेट्रिक अपडेट करवाना जरूरी होगा। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एक नया विकल्प जोड़ा गया है, जिसके तहत वे मोबाइल या घर बैठे आधार केंद्र की अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।
UIDAI की अपील
UIDAI ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आधार कार्ड को समय पर अपडेट रखें ताकि भविष्य में किसी भी सरकारी या बैंकिंग सेवा में दिक्कत न हो।
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