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Fact Check : Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक “नंदन नीलेकणि ने क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में $892 मिलियन का निवेश किया”, जानिए कितनी हैं स्टेटमेंट में सच्चाई

Fact Check

Fact Check : कुछ समय पहले Indian Express द्वारा एक आर्टिक्ल शेयर किया गया था जिसमे उन्होने Infosys कंपनी के को-फाउनडर के बारे में कुछ स्टेटमेंट दिया था| आज हम उसी के बारे में बात करते हुए देखेंगे कि उस बात में कितनी सच्चाई सामने आई| उन्होने ये स्टेटमेंट एक फेस्बूक पोस्ट में विरलहों रहे स्क्रीन्शोर्ट्स के चलते लोगो तक पहुंचाया| उन्होने बताया कि नंदन नीलेकणि ने क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में $892 मिलियन का निवेश किया हैं|

क्या था Indian Express के आर्टिक्ल में

आपको बता दे कि Indian Express ने 28 अप्रैल 2022 को एक आर्टिक्ल में उन्होने ऐसा दावा किया कि भारत में नंदन नीलेकणि और उनकी कंपनी amazon और walmart को कड़ी टक्कर दे रही हैं| जिसके बाद उन्होने ये भी कहा कि “हाई-प्रोफाइल मुगल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला प्रौद्योगिकी नेटवर्क बनाने में मदद कर रहा है जो देश के खंडित लेकिन तेजी से बढ़ते 1 ट्रिलियन डॉलर के खुदरा बाजार में छोटे व्यापारियों के लिए समान अवसर प्रदान करना चाहता है।” इस रिपोर्ट के हिसाब से ऐसा बोला गया कि नंदन नीलेकणि 892 मिल्यन डॉलर इन्वेस्ट करेंगे और इस स्कीम के चलते कई आम आदमी अमीर बन सकते हैं|

 

क्या था नंदन नीलेकणि का इस पर रिएक्शन

इस खबर के चलते एक कीवर्ड काफी लोग इस्तेमाल करने  लगे जो “ Nandan Nilekani $892” था| जब यह बात हद से ज़्यादा लोगो में फैल गयी तो उसके बाद नंदन नीलेकणि ने खुद ट्वीट कर के इसको लोगो के सामने गलत ठहराया| उसमे उन्होने लिखा कि , “आपने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक पोस्ट देखी होगी जिसमें दावा किया गया है कि मैंने एक क्रिप्टो प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। यह #फर्जी खबर है! कृपया इस पर क्लिक करने से बचें और जहां भी आप इसे देखें, उस प्लेटफॉर्म पर इसे भ्रामक/झूठी जानकारी के रूप में रिपोर्ट करें। ”

आइए करते हैं इस खबर का Fact Check

आपको बता दे कि यह खबर बिलकुल गलत थी और ये पहली बात नहीं था कि Indian Express द्वारा कोइ fake news का शिकार कोई बिज़नसमैन हुआ था| उससे पहले भी मुकेश अंबानी, गौतम अदानी और अज़ीम प्रेमजी भी ऐसी घटना का शिकार हो चुके है| ऐसा मान गया हैं कि इन crypto से जुड़े जूठी खबरों का उद्देश्य हैं लोगो को cryptocurrency पर निवेश करने के लिए बढ़ावा देना हैं | बात करे यहा Fact Check कि तो ये खबर बिलकुल फाके साबित हुई और इसका निर्णय newscheckers द्वारा लिया गया था|

 

 ये थे Indian Express के नंदन नीलेकणि को लेकर और आर्टिक्ल

ऐसे और भी आर्टिक्ल सामने आए हैं जहा ऐसा साफ कहा गया हैं कि नेटवर्क का असली लक्ष्य एक accessible ऑनलाइन सिस्टम तयार करना हैं| एक ऐसा सिस्टम जहा ट्रैडर और कंज्यूमर एक चोटी और सस्ते चीज़ से लेकर बड़ी महंगी से महंगी चीज को आसानी से बीच या खरीद सके| चाहे वह कोई डिटर्जेंट बार हो या कोई एयरलाइन टिकिट, लोगो को कही भी कोई परेशानी न उठानी पड़े| इसी के साथ साथ कई जगह मेनशन हैं कि , “लेकिन इसका अनकहा लक्षय अंततः Amazon.com Inc. और Walmart Inc. के स्वामित्व वाली Flipkart की शक्तियों पर कंट्रोल लगाना है, जिनके ऑनलाइन dominance ने छोटे व्यापारियों और लाखों स्थानीय मॉम-एंड-पॉप स्टोर्स, जिन्हें किराना कहा जाता है, को चिंतित कर दिया है, जो देश का निर्माण करते हैं।”  लेकिन यहा कही भी 892 मिल्यन डॉलर इनवेस्टमेंट के बारे में कुछ नहीं कहा गया है|

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(यह खबर विधान न्यूज में इंटर्न कर रहीं कशिश नागर ने तैयार की है)

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