Hyundai Motor Ipo: दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल कंपनी Hyundai Motor India Ltd ने अपने 3 अरब डॉलर के मेगा IPO की तारीखों की घोषणा कर दी है, जो 14 अक्टूबर से शुरू हो सकता है। इसे भारत में अब तक का सबसे बड़ा IPO माना जा रहा है, जो 2022 में LIC के 2.7 अरब डॉलर के रिकॉर्ड को तोड़ देगा।
सूत्रों के मुताबिक, 14 से 16 अक्टूबर तक तीन दिनों तक चलने वाले इस IPO के लिए प्राइस बैंड की घोषणा अगले सप्ताह तक की जाएगी। हालांकि, अगर मध्य पूर्व में बढ़ती अशांति और युद्ध की स्थिति का बाजार पर प्रभाव पड़ता है, तो इस योजना में बदलाव संभव है। हाल ही में, पश्चिमी एशिया के हालातों ने भारतीय बाजार को झटका दिया था, जिसके कारण 3 अक्टूबर को सेंसेक्स और निफ्टी में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई थी।
Hyundai Motor India ने अपने प्रमोटर की हिस्सेदारी बेचने के लिए इस IPO के तहत पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) का फैसला किया है। कंपनी को पहले ही भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की मंजूरी मिल चुकी है। Hyundai का लक्ष्य 18 से 20 अरब डॉलर की वैल्यूएशन है, जिससे यह भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में एक प्रमुख स्थान हासिल करेगी। वित्त वर्ष 2024 में यात्री वाहन बिक्री के मामले में Hyundai Motor India, मारुति सुजुकी के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी रही है। इस IPO के जरिए कंपनी अपनी बाजार स्थिति को और अधिक मजबूत करने की योजना बना रही है।
IPO के सामने चुनौतियाँ
Hyundai का यह IPO वैश्विक भू-राजनीतिक हालात, खासकर मध्य पूर्व में जारी संघर्ष के बीच आ रहा है। अगर स्थिति गंभीर होती है, तो इससे निवेशकों का विश्वास कमजोर हो सकता है, जिससे IPO पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।
IPO के सामने चुनौतियाँ
हालांकि, Hyundai के इस IPO के सामने कुछ चुनौतियाँ भी हैं। विशेषकर, वर्तमान वैश्विक भू-राजनीतिक हालात, जैसे कि मध्य पूर्व में जारी संघर्ष, निवेशकों के विश्वास को कमजोर कर सकते हैं। अगर युद्ध की स्थिति और गंभीर होती है, तो इसका नकारात्मक प्रभाव इस IPO पर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की अनिश्चितताएँ भारतीय और वैश्विक बाजारों में अस्थिरता पैदा कर सकती हैं, जिससे Hyundai को अपने IPO के परिणामों पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है।