Ladli Behna Yojana: रक्षाबंधन पर लाडली बहनों को गिफ्ट, इस दिन खाते में आएंगे पैसे 

Ladli Behna Yojana: रक्षाबंधन पर मध्य प्रदेश की मोहन यादव की सरकार लाडली बहनों को विशेष गिफ्ट देने जा रही है। राखी पर लाडली बहनों के खाते में 1250 रुपये नहीं 1500 रुपये आएंगे।

Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए रक्षाबंधन का ये त्यौहार इस बार और भी खास होने जा रहा है। राज्य की मोहन यादव की सरकार लाड़ली बहना योजना के तहत हर महीने मिलने वाली 1250 रुपये की किस्त के साथ-साथ, इस बार बहनों को राखी के मौके पर 250 रुपये का अतिरिक्त शगुन भी देन जा रही है। यानी कुल मिलाकर अगस्त के महीने में महिलाओं के खाते में 1500 रुपये की रकम ट्रांसफर की जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने इस योजना की शुरुआत प्रदेश की जरूरतमंद, गरीब और कमजोर वर्ग की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के मकसद की थी। अब तक इस योजना के तहत 26 किस्तें लाभार्थी महिलाओं के खातों में भेजी जा चुकी हैं। और अब 27वीं किस्त का इंतजार है, जो अगस्त में आएगी। लेकिन इस बार प्रक्रिया थोड़ी अलग होगी।

रक्षाबंधन के पावन पर्व को खास बनाने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव सरकार की तरफ से महिलाओं को दो बार में पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे। पहली ट्रांजेक्शन रक्षाबंधन से पहले की जाएगी, जो कि एक तरह का त्योहारी शगुन होगा। इस शगुन के तौर पर 250 रुपये की रकम 9 अगस्त से पहले बहनों के खातों में भेजी जाएगी।

इसके बाद, 10 अगस्त के बाद दूसरी ट्रांजेक्शन होगी जिसमें योजना के तय 1250 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। यानी कुल 1500 रुपये इस बार बहनों को उनके बैंक खातों में मिलेंगे। सरकार ने साफ किया है कि यह अतिरिक्त राशि केवल अगस्त महीने के लिए है और ये विशेष रूप से रक्षाबंधन के मौके पर उपहार के रुप में दी जा रही है।

बताया जा रहा है कि इस योजना से प्रदेश की लगभग 1 करोड़ महिलाएं जुड़ी हुई हैं। यानी कुल मिलाकर सरकार करीब 1500 करोड़ रुपये की राशि अगस्त महीने में ट्रांसफर करने जा रही है। पिछली किस्त 12 जुलाई को भेजी गई थी, और इस बार भी 12 अगस्त तक सभी लाभार्थियों के खातों में पूरी राशि आने के आसार हैं।

सीएम मोहन यादव सरकार के इस ऐलान से प्रदेश भर की महिलाओं में खुशी की लहर है। कई महिलाएं इसे सरकार की संवेदनशीलता और भाई-बहन के रिश्ते की गरिमा और सम्मान से जोड़कर देख रही हैं। खुद मुख्यमंत्री भी इस योजना को केवल वित्तीय मदद नहीं, बल्कि बहनों के आत्मसम्मान की योजना बताते आए हैं।

लाड़ली बहन योजना ने बीते कुछ महीनों में गांव-गांव और घर-घर में महिलाओं की आर्थिक स्थिति को थोड़ा बहुत ही सही, लेकिन सुधारा जरूर है। कई महिलाएं अब अपने छोटे-मोटे खर्च खुद उठाने लगी हैं। कोई बच्चों की पढ़ाई में मदद कर रही है, तो कोई घर के किराने या सिलाई जैसी जरूरतों में इस राशि का इस्तेमाल कर रही है।

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