Bank Account Freeze: किसी भी खाते के फ्रीज होने का मतलब है कि आप उसमें ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते है, अगर खाता फ्रीज हो गया है तो उसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, हालांकि खाता फ्रीज होने पर भी उसमें पैसे जमा करवाए जा सकते हैं।
खाता फ्रीज होने के बाद उससे सभी तरह के भुगतान भी अपने आप रुक जाते हैं। यहां भारतीय रिजर्व बैंक, आयकर विभाग, न्यायालयों और भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास बैंक खातों को फ्रीज करने का अधिकार मिला हुआ है।
Bank Account Freeze: इन कारणों से भी खाता होता है फ्रीज
अगर आपके खाते में संदिग्ध ट्रांजेक्शन हो रही है तो ऑनलाइन शॉपिंग बढ़ जाती है, तो बैंक आपके अकाउंट को फ्रीज कर देता है। इस पर बैंक का कहना होता है कि या तो ग्राहक का अकाउंट हैक हो गया है या डेबिट कार्ड चोरी।
रिजर्व बैंक का नियम है कि आपको तीन साल में एक बार केवाईसी जरूर करानी होगी। अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उसके अकाउंट को फ्रिज कर दिया जाएगा।
एक वजह यह भी है कि अगर 6 महीने तक खातें में कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ तो खाता फ्रीज हो सकता है।
- अगर आपका खाता केवाईसी नहीं करानी की वजह से हुआ है, तो आपको हम तरीके बता देते हैं कि कैसे आपको इसको अनफ्रीज कर सकते हैं:-
- री-केवाईसी की प्रक्रिया अलग-अलग कैटेगरी के ग्राहकों के लिए अलग-अलग है। बैंक ऑफ बड़ौदा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार उनके ग्राहकों के लिए दोबारा केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने और अपने बैंक खाते को फिर से चालू करने के 3 आसान तरीके हैं।
- सबसे पहले आपको बैंक में जाकर री-केवाईसी फॉर्म और जरूरी केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के सभी कागज संलग्न करने होंगे।
- उसके बाद आधार नंबर और मूल पैन कार्ड है, तो आप मोबाइल ऐप द्वारा भी रि-केवाईसी कर सकते हैं।
- इसके अलावा बैंकों की अलग-अलग शर्तों को मानकर जैसे (एफीडेबिट) ईमेल वेरिफिकेशन को करने से भी री-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।