Zepto Success Story: जेप्टो एक फास्ट-डिलीवरी कॉमर्स कंपनी है और भारत की सबसे तेज ग्रोथ करने वाली कंपनियों में से एक बन गई है। जेप्टो ग्रॉसरी से लेकर स्टेशनरी तक का सामान घर पर कुछ ही मिनटों में डिलीवर करती है. वर्तमान में, Zepto का नेट वर्थ लगभग 5 बिलियन डॉलर के आसपास है। आइए जानें, Zepto की शुरुआत कैसे हुई।
दो दोस्तों की कहानी
जिस उम्र मे युवा घूमने फिरने और मौज मस्ती मे समय व्यतीत करते हैं उस उम्र मे इन दो दोस्तों कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा ने मिलकर zepto कंपनी खोल दी। हालांकि एक दोस्त, कैवल्य वोहरा, आज भारत का सबसे युवा अरबपति भी बन चुका है। Zepto की शुरुआत वर्ष 2021 में हुई और सिर्फ दो साल बाद, 2023 में, यह कंपनी एक यूनिकॉर्न कंपनी बन गई।
10 मिनट का आइडिया, 5 बिलियन डॉलर की कंपनी
कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा बचपन के दोस्त हैं और दोनों में ही बिजनेस के प्रति जुनून था। कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा ने संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था, लेकिन उन्होने पढ़ाई छोड़कर भारत लौटने का फैसला किया ।
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मुंबई लौटने के बाद, वे दोनों एक नया स्टार्टअप शुरू करने के विचार में थे। एक दिन, जब उन्होंने खाना ऑर्डर किया, तो वह केवल 10 मिनट में उनके पास पहुंच गया। तभी उन्हें ग्रॉसरी की तेज़ डिलीवरी के विचार का ख्याल आया। इसी विचार से प्रेरित होकर, अप्रैल 2021 में, उन्होंने Zepto नामक एक वेब प्लेटफ़ॉर्म की शुरुआत की, जो ग्रॉसरी की तेज़ डिलीवरी की सुविधा प्रदान करता है।
कंपनी की तेजी से बढ़ती सफलता
2021 में Zepto लॉन्च के पहले महीने के अंदर ही इसका नेट वर्थ 200 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया। , Zepto ने कुल 10 लाख ऑर्डर डिलीवर किए, जो इसकी सफलता को दर्शाता है।
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