NEET Counselling : स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज संसद को सूचित किया कि फिलहाल स्नातक या स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए केंद्रीकृत परामर्श का कोई प्रस्ताव नहीं है।
मंडाविया ने महबूबाबाद निर्वाचन क्षेत्र से सांसद कविता मालोथु के एक सवाल का जवाब देते हुए यह घोषणा की। मलोथु ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से पूछा है कि क्या “राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने मेडिकल कॉलेजों में यूजी और पीजी प्रवेश के लिए एक केंद्रीकृत परामर्श प्रणाली का प्रस्ताव दिया है”।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब दिया कि “शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए स्नातक या स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए केंद्रीकृत परामर्श का कोई प्रस्ताव नहीं है। विभिन्न कोटे के लिए सीटों के आवंटन की मौजूदा योजना में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) की मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) भारत में स्नातक (यूजी/एमबीबीएस) और स्नातकोत्तर (पीजी) मेडिकल पाठ्यक्रमों की सीटों के लिए काउंसलिंग आयोजित करती है। काउंसलिंग प्रक्रिया NEET UG और NEET PG में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों पर आधारित है।
मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यूजी के लिए काउंसलिंग में 15 प्रतिशत अखिल भारतीय कोटा सीटें शामिल हैं; केंद्रीय संस्थानों/विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों की 100 प्रतिशत सीटें; राष्ट्रीय महत्व के सभी संस्थानों (आईएनआई) में 100% सीटें।
इसी तरह, पीजी पाठ्यक्रमों के लिए काउंसलिंग में अखिल भारतीय कोटा सीटों की 50 प्रतिशत सीटें, केंद्रीय संस्थानों/विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालयों की 100 प्रतिशत सीटें शामिल हैं। यूजी और पीजी मेडिकल पाठ्यक्रमों में राज्य कोटा सीटों के लिए काउंसलिंग संबंधित राज्य सरकारों द्वारा आयोजित की जाती है।
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