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UPSC Success Story: कॉर्पोरेट जॉब छोड़कर IAS बनीं अंकिता अग्रवाल, UPSC में रच दिया इतिहास

UPSC Success Story: कोलकाता की युवा लड़की ने कठिन परिश्रम और आत्मविश्वास से हासिल की ऑल इंडिया रैंक 3, युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं अंकिता

UPSC Success Story
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UPSC Success Story:  कोलकाता की अंकिता अग्रवाल ने 2021 की UPSC सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 3 हासिल कर देशभर में अपना नाम बनाया। अंकिता ने अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़कर यह साहसिक कदम उठाया और साबित किया कि अगर जुनून और मेहनत हो, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं।

अंकिता का जन्म कोलकाता में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वहीं पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स ऑनर्स किया। कॉलेज के दौरान ही उन्होंने समाज के लिए काम करने और प्रशासनिक सेवा में आने का सपना देखा।

कॉर्पोरेट नौकरी और कठिन निर्णय (UPSC Success Story)

ग्रेजुएशन के बाद अंकिता को Dalberg जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी मिली। लेकिन समाज सेवा का सपना और प्रशासनिक क्षेत्र में बदलाव लाने की चाह ने उन्हें नौकरी छोड़ने पर मजबूर किया। उन्होंने स्वयं कहा

मुझे महसूस हुआ कि समाज में वास्तविक परिवर्तन प्रशासनिक सेवा के माध्यम से ही संभव है। इसलिए मैंने अपना सुरक्षित करियर छोड़ने का निर्णय लिया।

UPSC की तैयारी और संघर्ष:

अंकिता ने UPSC की तैयारी दिल्ली में ओल्ड राजिंदर नगर से शुरू की। पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। लगातार तीन प्रयासों की मेहनत के बाद 2021 में ऑल इंडिया रैंक 3 हासिल कर इतिहास रच दिया। उन्होंने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस विषय को अपना ऑप्शनल चुना।

अंकिता का कहना है कि हर दिन 8-10 घंटे पढ़ाई और योजना बनाकर लक्ष्य की ओर बढ़ना सफलता की कुंजी है।

परिवार का योगदान:

अंकिता के माता-पिता ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने हर कठिन परिस्थिति में उनका साथ दिया और उनके फैसलों का समर्थन किया। अंकिता कहती है “मेरे माता-पिता ने कभी मुझ पर दबाव नहीं डाला। उनकी समझ और सहयोग ने मुझे UPSC जैसी कठिन परीक्षा में सफलता दिलाई”।

 

लक्ष्य और भविष्य:

IAS बनने के बाद अंकिता ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण और शिक्षा सुधार पर विशेष ध्यान देंगी। उनका मानना है कि प्रशासनिक सेवा के जरिए ही समाज में स्थायी बदलाव लाया जा सकता है।

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