Falguni Pathak: ‘मैंने पायल है छनकाई…, चूड़ी जो खनके हाथों में…’, ये गाने तो अपने जरूर सुने होंगे। बेशक के गाने साल 2000 में बने गए थे, लेकिन लेकिन इन गानों की धुन आज भी सुनने को मिल जाती है। शादी फंक्शन में तो यह गाना बजता ही है साथ ही रील नाने वाले युवाओं की भी पहली पसंद है। इन गानों में जो आवाज है वह फाल्गुनी पाठक की है। गोरे रंग और बॉयकट हेयरस्टाइल वाली फाल्गुनी पाठक भले ही आज नवरात्रि और डांडिया स्पेशल गाने तक की सीमित हो गई हैं। लेकिन एक समय था जब उनकी आवाज का जादू हर किसी को झूमने के लिए मजबूर कर देता था। आईए जानते हैं कि 5 साल तक म्यूजिक इंडस्ट्री में राज करने वाली फाल्गुनी पाठक के साथ क्या हुआ, जो जब अचानक से गायब हो गई…
फाल्गुनी पाठक ने म्यूजिक इंडस्ट्री को 5 साल दिए हैं। साल 1998 से 2002 तक फाल्गुनी के गाने लोगों के जुबान पर रहा करते थे। उस समय वह इतनी पॉपुलर हो गई थीं कि लोग उनके नए गानों के इंतजार में रहा करते थे। फाल्गुनी पाठक ने कई हिट गाने दिए थे जो आज भी खूब ट्रेंड करते हैं। फाल्गुनी का करियर अचानक पतन की ओर तब बढ़ा जब उन्होंने अपनी शर्त पर काम करने का फैसला किया था।
पहली एलबम ने मचाई धूम
दरअसल, 1998 में जब फाल्गुनी का पहला म्यूजिक एल्बम ‘याद पिया की आने लगी’ आया, तो इस एल्बम ने लोगों के बीच धूम मचा दिया। अपने पहले ही एल्बम ‘याद पिया की आने लगी’ से मिली जबरदस्त सफलता ने फाल्गुनी के हौसले को काफी बढ़ दिया था। फिर उसके अगले ही साल 1999 में उन्होंने अपना दूसरा एल्बम लिरीज किया, जिसका नाम था ‘मैंने पायल है छनकाई’। फाल्गुनी का दूसरा अल्बम भी चल पड़ा। इस तरह उन्होंने अपने अल्बम से दुनियाभर में अपनी जबरदस्त पहचान बनाती चली गईं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जब उनका पहला एब्लम हिट हुआ था, तब से ही कई म्यूजिक डायरेक्टर उनके लिए फिल्मों में गाना का ऑफर लेकर आया करते थे, लेकिन फाल्गुनी उन सभी ऑफर्स को ठुकराती चली गईं। क्योंकी फाल्गुनी कभी फिल्मों के लिए नहीं गाना चाहती थी। फाल्गुनी अपनी आवाज केवल अपनी एल्बम्स को ही देना चाहती थी। फाल्गुनी की इस एक जिद ने उनके करियर को काफी नुकसान पहुंचाया। फिर धीरे-धीरे उनका सिंगिंग करियर भी खत्म हो गया। अब वह केवल नवरात्रि गीत गाती हैं।
मेहनत करने से लगता था डर
एक इंटरव्यू में फाल्गुनी से जब पूछा गया था कि सालों से लो प्रोफाइल के साथ क्यों हैं, तो इस पर उन्होंने कहा था, ‘यह मेरा स्वभाव है। मैं साल भर शो करती हूं, लेकिन मैं इतना मीडिया-सेवी नहीं हूं। मैं हमेशा से ऐसी ही रही हूं।’ अपने इसी इंटरव्यू में उन्होंने यह भी खुलासा किया था कि भले ही उन्हें बॉलीवुड फिल्मों में गाने के कई ऑफर्स मिले, लेकिन उन्होंने कभी उन्हें लेने के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने कहा था, ‘मैंने बॉलीवुड को कभी गंभीरता से नहीं लिया। मुझे ऑफर तो मिले थे, लेकिन जब आप बॉलीवुड में एंट्री करते हैं तो आपको दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है। मैं अपने शो और एल्बम करके खुश थी।
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