Jamal Kudu Song: क्यों फेमस हो रहा ‘जमाल जमालू कुडू’ गाना, क्या है सॉन्ग का मतलब

Jamal Kudu Song : 'जमाल कुडू' सॉन्ग का हिंदी में मतकब - ओ काली आंखों वाली, सितम न ढाना दिल परतुमने जो छोड़ा मुझको, मजनू सा भटकता हूं...

Jamal Kudu Song: रणबीर कपूर स्टारर फिल्म एनिमल ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। फिल्म में हीरो और विलन दोनों के काम की तारीफ हो रही है। मगर सोशल मीडिया पर फिल्म एनिमल का सॉन्ग ‘जमाल कुडू’ सबकी जुबान पर छाया हुआ है। यह गाना काफी वायरल हो रहा है। फिल्म में यह गाना 3 घंटे के बाद दिखाया गया है, जब विलन बॉबी देओल की एंट्री होती हैं। बॉबी देओल के एंट्री भले ही थोड़ी देर के लिए हुई हो मगर इतनी जबरदस्त है कि उनकी एंट्री वाला गाना भी सुपरहिट हो गया। या यूं कहें कि’जमाल कुडू’ ने फिल्म में विलेन अबरार हक उर्फ बॉबी देओल की एंट्री में जान डाल दी। हालांकि इस गाने के बोल किसी को समझ नहीं आ रहे हैं, क्योंकि इसमें ईरानी भाषा के बोल हैं। लेकिन आप अगर इस गाने का मतलब और हिस्ट्री जानना चाहते हैं तो हम अपको ‘जमाल कुडू’ की ओरिजिन हिस्ट्री बताने जा रहे हैं…

1950 में कंपोज हुआ था ‘जमाल कुडू’ 

‘जमाल कुडू’ गाने के लिरिक्स एक ईरानी कवि बिजन समंदर की कविता से लिया गया था।  इस गाने को पहली बार साल 1950 के दशक में सुना गया था। मूल गाने ‘जमाल जमालू कुडू’ को ईरान की खतरेह मंडली ने रचा था।  इस गाने को खाराजेमी गर्ल्स हाई स्कूल के शिराजी बैंड ने गाया था। इसके बाद यह ईरानी शादियों में बजाया जाने लगा। इस गाने से इंस्पायर्ड होकर फिल्म एनिमल के म्यूजिक डायरेक्टर हर्षवर्धन रामेश्वर ने इसे शानदार ढंग से फिल्म में पेश किया है।

ईरानी शादियों में बजता है ‘जमाल कुडू’ 

‘जमाल कुडू’ सॉन्ग के बोल ईरानी भाषा के हैं। खासकर यह गाना ईरानी शादियों में बजाया जाता है। ईरानी लोग इस गाने में अपना लोकनृत्य करते हैं। फिल्म में जो गाना कंपोज किया गया है वह पुराने वर्जन से परिवर्तित है। इस गाने का पुराना वर्जन भी सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है।

‘जमाल कुडू’ सॉन्ग की लिरिक्स 

अहई सिया हे जंगी डेलामु नाकोन खुन
नौएतु रफ्ति कुजा मनम शू मजनूं
जमाल जमालक जमालू जमाल कुडू
जमाल जमालक जमालू जमाल कुडू
डेल तुमाख्तेकी सिनेह, ओयै अरोम निमी शिनेह
हल याओसा हलेल याओसा, खोस त्वाहाओ निमी खोसा
ओयै मार मार साइन, बेलार्जुन बेलार्जुन बेलार्जुन
कोरटेये शमार्तक, बेशरखुन बेस्कारखुन बेस्कारखुन

‘जमाल कुडू’ सॉन्ग का हिंदी में मतलब 

ओ काली आंखों वाली, सितम न ढाना दिल परतुमने जो छोड़ा मुझको, मजनू सा भटकता हूं हर दरहर सांस में तेरा नाम, हर धड़कन में तूचल छोड़, नूर से भर दुनिया, चमक चमक तूआंखों में कैद है दिल कब तक धड़केगाबेचैन, ना सुकून, न कुछ भी ये लेगान चाहिए कुछ बस एक तू,इंतजार, याद और बस तेरा जुनून।

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