Air Pollution In Delhi-NCR: दिल्ली-NCR में डेंगू और वायु प्रदूषण ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। एक तरफ डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी ओर हॉस्पिटल के ओपीडी में बुखार और सांस की तकलीफ वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ओपीडी और इमरजेंसी को मिलाकर सांस के मरीजों का आंकड़ा लगभग 50 तक पहुंच गया है। हॉस्पिटल में स्क्रीनिंग ओपीडी की कारण अस्थमा, लंग इन्फेक्शन, आंखों की एलर्जी वाले मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे में इन मरीजों को घर में रहने की खास सलाह दी गई है। साथ ही लोगों से अपील की जा रही हैं कि वे बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें।
वायु प्रदूषण से दिल्ली-NCR में बढ़ रही है ये बीमारी
हर साल दिल्ली-NCR में एक वक्त ऐसा आता है जब हवा इतनी ज्यादा प्रदूषित हो जाती है कि लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है। दिल्ली में बिगड़ते वायु प्रदूषण ने कई बीमारियों का खतरा बढ़ा दिया है, जिनमें खांसी के दौरे, सांस फूलना, कंजेशन, लगातार सिरदर्द, थकान होना शामिल हैं। जो लोग पहले से ही फेफड़ों से संबंधित समस्या, या अस्थमा से पीड़ित हैं, उनकी बीमारी इस दौरान बढ़ गई है।
दिल्ली-NCR में वायु की “खराब” श्रेणी को देखकर, निगरानी एजेंसियों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में भी वायु की गुणवत्ता में कोई सुधार की संभावना नहीं है। वायु प्रदूषण बढ़ने के पीछे का एक कारण पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में पराली जलाना भी है।
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विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रदूषण के अधिक संपर्क में रहने के कारण बच्चे और बुजुर्ग दोनों ही इन समस्याओं की चपेट में आ रहें हैं। हालांकि, बुजुर्ग और कमजोर लोगों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। जैसे घर से बाहर जाने से बचना। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि बुजुर्गों को अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क पहनने चाहिए और हवा की गुणवत्ता खराब होने पर अनावश्यक गतिविधियों से बचना चाहिए। डॉक्टरों ने अस्थमा के रोगियों को हर समय अपने साथ एक इनहेलर रखने पर भी जोर दिया है और डाइट का खास ख्याल रखनें की सलाह दी हैं।
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