
Alka Yagnik Sensorineural Hearing Loss: सोशल मीडिया पर मानो कोहराम मच गया जब इंस्टाग्राम पर मशहूर गायिका अलका याग्निक (Alka Yagnik) ने बताया गया कि उन्हें अचानक सुनना बंद हो गया। लोगों की प्रतिक्रियाएं, पोस्ट की जैसे बाढ़ आ गयी है। अलका याग्निक ने बताया कि अचानक फ्लाइट से निकलने के बाद से उन्हें सुनना (Sensorineural Deafness) बंद हो गया है।
अपने प्रशंसकों और साथ काम करने वाले युवा गायकों से उन्होंने गुजारिश भी की है कि वे हेडफोन लगाकर तेज आवाज में संगीत सुनना (Sensorineural Hearing Loss) बंद कर दें। यह तो हुई अलका याग्निक की बात। अब जानते हैं उन्हें अचानक सुनना बंद हुआ वह बीमारी आखिर है क्या, लक्षण व बचाव क्या है, डॉ. मधुलिका शुक्ला से जानते हैं?
सेंसोन्यूरल हियरिंग लॉस क्या है?
यदि आप सोच रहे हैं कि यूं सुनना की क्षमता का कम या खत्म हो जाना अचानक होती है तो यह सही नहीं। दरअसल, यह धीरे धीरे होती है। संक्रमण के कारण कानों के भीतर की बारीक नसें कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। बहरापन का कारण आपकी आदतों, पेशे और संक्रमण से जुड़ी चीज है। गौर करें अलका याग्निक ने अपने प्रशंसकों से तेज आवाज में हेडफोन लगाकर सुनने से बचने का निवेदन भी किया है।
कारण हैं कई
इस बीमारी के कई कारण हो सकते हें। इसमें एक उम्र का बढ़ना, साठ पैंसठ की उम में यूं ही सुनना कम होने लगता है। पचहत्तर की आयु के बाद तो आधे लोग बहरेपन की समस्या के शिकार होने लगते हैं। इसके अलावा, तेज आवाज के संपर्क में निरंतर रहने से भी कान की बारीक नसें क्षतिग्रस्त होती हें या वे नर्व कमजोर होना शुरू हो जाती हैं जो आवाजों को आपके दिमाग तक ले जाने का काम करती हैं।
संक्रमण है बड़ा कारण
हालांकि यह बीमारी बहुत विरले लोगों को होता है पर बता दें कि इसका एक बड़ा कारण संक्रमण का होना है। इसका जिक्र अलका याग्निक के पोस्ट में भी है। यह बैक्टिरया या वायरस का संक्रमण हो सकता है। मीजिल्स या मेनिनजाइटिस (Measles or Meningitis) जैसे वायरस व बैक्टिरिया आपके कान में विकार उत्पन्न कर सकते हैं व आपको बहरेपन के शिकार बना सकते हैं। साथ ही, कुछ भारी दवाइयों का प्रयोग, सिर की चोट इसके अन्य कारण हो सकते हैं।
ये हैं लक्षण
इस बीमारी के लक्षणों में दो या अधिक लोगें की बात समझ नहीं आती, एक कान की अपेक्षा दूसरे कान से कम सुनाई देना, कानों में भन्नाने या सीटी बजने जैसी आवाज आती है। इसके बाद अचानक सुनना बंद होने लगता है। आपके लक्षण के हिसाब से ही डॉक्टर इलाज करते हैं।
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बचाव करें ऐसे
यूं तो कई कारण हैं इस बीमारी के पर जो चीज आपके नियंत्रण में है उनमें से प्रमुख है तेज आवाज के संपर्क में आने से बचना। पार्टी या किसी कंसर्ट में होने वाले यंत्रों से आने वाली तेज आवाजों के संपर्क में अधिक रहने से खतरा है। लगातार हेड फोन न लगाए रहें। यदि वायरल संक्रमण है तो कुशल चिकित्सक से जरूर संपर्क करें व कानों का नियमित जांच कराएं।
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