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Electrolyte Imbalance: गर्मी में जानलेवा हो सकता है इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन

Electrolyte Imbalance: क्‍या आप जानते हैं कि इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन से जा सकती है जान भी, आखि‍र क्‍या है इलेक्ट्रोलाइट संतुलन और क्‍या है बचने का उपाय?

Electrolyte Imbalance
Electrolyte Imbalance

Electrolyte Imbalance: शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा का संतुलन रहे यह अनि‍वार्य है। इलेक्‍ट्रोलाइट सोडियम, क्लोराइड और पोटैशियम नामक खनिजों के रूप में हमारे शरीर में मौजूद होते हैं। भले ही यह मात्रा में बहुत सूक्ष्म रूप में मौजूद होते हैं पर यदि‍ यह जरा भी कम हो जाएं तो जान पर आफत आ सकती है। इस विषय पर विस्तृत जानकारी दे रही हैं कानपुर की मशहूर होम्योपैथिक डॉक्टर मधुलिका शुक्ला

क्‍यों है जरूरी

उल्टी-दस्त हो रहा हो। पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ न ले रहे हों। बहुत अधिक पसीना आ रहा हो तो अक्‍सर लोग पानी की कमी की बात करते हैं पर बहुत कम हैं जो जानते हैं कि यह इलेक्‍ट्रोलाइट है जो कोशिकाओं में पोषक तत्वों को पहुंचाने, मस्तिष्क तथा हृदय की कार्यप्रणाली को अच्‍छी तरह सुचारू बनाए रखने के लि‍ए आवश्‍यक है।

इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन को जानें

पानी की कमी हो जाए तो आप इसकी भरपाई द्रवीय पदार्थ या सादे पानी से कर सकते हैं पर यदि इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा की कम हो जाए तो आपको इलेक्‍ट्रोलाइट लेना होगा। पसीना खूब चल रहा है, यदि दस्त हो गया है तो संभव है आपको पानी नहीं तुरंत इलेक्ट्रोलाइट की आवश्यकता हो। यदि इसकी भरपाई में कुछ समय की देरी हो तो आपको तत्‍काल इसकी कमी पूरी करनी होगी।

इन्‍हें है अधि‍क खतरा

इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन न्यूमोनिया, कैंसर, मधुमेह या शारीरिक रूप से कमजोर लोगों में अधिक होती है। इसलिए इस मौसम में ऐसे लोगों को विशेष ध्‍यान रखना चाहिए। जैसे, बच्चों में तापमान नियंत्रण प्रबंधन तंत्र अभी बनना ही शुरू होता है इसलिए कमजोर होता है। उन्हें इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाए तो यह अधिक खतरनाक हो सकता है है।

इसी तरह से बुजुर्गों की तापमान नियंत्रण क्षमता भी बहुत खराब हो चुकी होती है। आपने देखा होगा कि इस तेज गर्म मौसम में बुजुर्गों की मृत्यु भी अधिक होती है।

ओआरएस से होगा बचाव

घर पर चीनी नमक पानी का घोल बनाने की परंपरा रही है। पर विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें मात्रा की गड़बड़ी हो सकती है। इलेक्‍ट्रोलाइट असंतुलन संभव है। इसलिए ओआरएस घोल को परंपरागत तरीके से घर पर बनाने के बजाय बाजार में प्राप्त ओआरएस लें।

लक्षण को जानें

इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो जाए तो शरीर साफ संकेत नहीं देता। शरीर को छूने पर वह गर्म नहीं ठंडा लगता है। पर शरीर के भीतरी अंगों व मस्तिष्क का तापमान बहुत बढ़ जाता है। यही खतरनाक होता है।

जब ऐसा होता है तो हमारा शरीर पसीना नहीं उत्‍सर्जन करता है। दिल की धड़कन बढ़ने लग सकती है, थकान, जी मिचलाना, ऐंठन, कब्ज की समस्या हो सकती है।

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स्पोर्ट्स ड्रिंक्स या कोल्ड ड्रिंक का सेवन

यदि प्‍यास लगते ही आप तुरंत स्पोर्ट्स ड्रिंक्स या कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने लगते हैं तो यह खतरनाक है। यह सही नहीं है इलेक्‍ट्रोलाइट असंतुलन को कम करने में। आपको ओआरएस का घोल लेना चाहिए।

लक्षण दिख रहे हों तो आपको तुरंत डाक्‍टर से मिलना चाहिए। परिवार में बच्‍चों का विशेष ध्‍यान रखें। बुजुर्ग हों तो उनको ओआरएस दिन में दो बार जरूर दें।

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