बिगड़ रहा है पोश्चर? जानिए कैसे सुधारें

आजकल की जिंदगी में, जहां हम ज्यादातर समय कंप्यूटर, मोबाइल या टीवी के सामने बिताते हैं, सही पोश्चर बनाए रखना बहुत जरूरी हो गया है। सही पोश्चर न केवल आपको स्वस्थ रखता है, बल्कि आपकी पर्सनालिटी को भी इंप्रूव करता है। अगर आप भी अपने पोश्चर को सुधारना चाहते हैं, तो यह गाइड आपके लिए है।

1. बैठने का सही तरीका

सबसे पहले, सही तरीके से बैठना सीखें। जब आप कुर्सी पर बैठते हैं, तो ध्यान रखें कि आपकी पीठ सीधी हो और कंधे पीछे की ओर हों। अपने पैरों को फर्श पर सपाट रखें और घुटनों को 90 डिग्री के एंगल पर रखें। यदि आपके पैर फर्श तक नहीं पहुंचते, तो फुटरेस्ट का इस्तमाल करें। कंप्यूटर स्क्रीन को अपनी आंखों के स्तर पर रखें ताकि आपको सिर झुकाना न पड़े।

2. खड़े होने का सही तरीका

खड़े होते समय अपने वजन को दोनों पैरों पर समान रूप से बांटें। अपने कंधों को पीछे की ओर रखें और पेट को हल्का अंदर की ओर खींचे। लंबे समय तक एक ही जगह पर खड़े होने से बचें। यदि आपको लंबे समय तक खड़े रहना पड़ता है, तो एक पैर को थोड़ी देर के लिए फुटस्टूल पर रखें और फिर बदल लें। इससे आपके निचले हिस्से पर तनाव कम होगा।

3. चलने का सही तरीका

चलते समय अपने सिर को ऊपर रखें और आंखों को सामने की ओर फोकस पर रखें। अपने कंधों को रिलैक्स रखें और हाथों को झूलने दें। अपनी एड़ी से पैर की उंगलियों तक चलें और अपने कदमों को हल्का रखें। यह न केवल आपके पोश्चर को सुधारता है, बल्कि आपकी चाल को भी अट्रैक्टिव बनाता है।

4. एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग

सही पोश्चर बनाए रखने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग बहुत ज़रूरी हैं। स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता है और तनाव कम होता है। कुछ प्रभावी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज में कंधे और पीठ की स्ट्रेचिंग शामिल हैं। इसके अलावा, कोर मसल्स को मजबूत करने के लिए प्लैंक, ब्रिज और योगासन जैसे एक्सरसाइज करें।

5. प्रॉपर स्लीपिंग पोजीशन

सही पोश्चर के लिए सोने की सही पोजीशन भी ज़रूरी है। पीठ के बल सोना सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी को सही सपोर्ट देता है। यदि आप साइड पर सोते हैं, तो अपने घुटनों के बीच एक तकिया रखें ताकि आपकी रीढ़ सीधी रहे। पेट के बल सोने से बचें, क्योंकि यह आपकी गर्दन और रीढ़ पर तनाव डाल सकता है।

6. रेगुलर ब्रेक लें

लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठना या खड़ा रहना आपकी पीठ और गर्दन के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हर 30-40 मिनट में एक बार ब्रेक लें और थोड़ा चलें या स्ट्रेच करें। इससे मांसपेशियों में रक्त का संचार बढ़ता है और आप ताजगी महसूस करते हैं।

7. पोश्चर सपोर्ट गैजेट्स

आजकल बाजार में कई पोश्चर सपोर्ट गैजेट्स मिल जाते हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं। जैसे कि एर्गोनोमिक चेयर्स , पीठ के लिए सपोर्टिव कुशन, और पोश्चर करेक्टर ब्रेस। ये गैजेट्स आपके पोश्चर को सुधारने में सहायक होते हैं।

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