Marriage Age Gap: हिंदू धर्म में शादी एक पारंपरिक रस्म है। भारतीय समाज में इसे कानूनी और धार्मिक दोनों रूपों में मान्यता दी गई है। मगर शादी के लिए पति और पत्नी के बीच में उम्र के गैप को लेकर कई धारणा है। कानूनी तौर पर बात करें तो शादी के लिए जहां लड़के की उम्र 21 साल तो वहीं लड़की की उम्र 18 साल बताई गई है। इस तरह शादी के लिए लड़के और लड़की उम्र का फासला 3 साल का रखा गया है। मगर पारंपरिक सोच की बात करें तो शादी के लिए लड़की की उम्र लड़के से अधिक काम होना अच्छा माना जाता है। यह जानते हैं की शादी में विवाहित जोड़ों की उम्र में कितना अंतर होना चाहिए…

नए समाज में उम्र नहीं है सीमा

भारतीय समाज में भी बदलाव का दौरा आ चुका है। अब शादी के तौर-तरीके भी बदलने लगे हैं। अब यहां अरेंज मैरिज के साथ-साथ लव मैरिज का भी चलन चल गया है। ऐसे में शादी के लिए उम्र की सीमा अब कोई बाधा नहीं बनती। भले ही कानून ने शादी के लिए लड़की और लड़के की उम्र निर्धारित कर रखी है। बा वजूद आज की युवा पीढ़ी में शादी को लेकर उम्र कोई मायने नहीं रखती। आजकल देखा जा रहा है कि ज्यादातर जोड़ों में उम्र का फैसला अधिक होता है। कई जगह देखा गया है कि लड़का लड़की की उम्र से 10 से 15 साल बड़ा होता है। तो वहीं कुछ शादियां ऐसी भी हो रही हैं जहां लड़की लड़के की उम्र से बड़ी होती है।
10 साल से बड़े लोगों से शादी का चलन
हमारे देश में कई ऐसे विवाहित जोड़े हैं जो इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं। ज्यादातर फिल्मी हस्तियां और सेलिब्रिटीज मैं यह देखा गया है कि शादी में उम्र का फासला 10 साल या उससे भी ज्यादा का है। फिर चाहे लड़का उम्र में ज्यादा बड़ा हो या फिर लड़की बड़ी हो। इनमें क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अंजली, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय, शाहिद कपूर और मीरा, प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस, कैटरीना कैफ और विक्की कौशल जैसे कई हस्तियां हैं जिन्होंने अपने से बड़े उम्र के पार्टनर चुने हैं। यह हल केवल सेलिब्रिटीज के बीच ही नहीं बल्कि असर जिंदगी में भी है।
वैज्ञानिक तौर पर यह है सही उम्र
लेकिन हम आपके यहां बताने जा रहे हैं कि वैज्ञानिक तौर पर पति और पत्नी के बीच में उम्र का कितना फासला होना चाहिए। इस विषय पर आने से पहले हम आपको स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि साइंस में शादी का कोई कॉन्सेप्ट नहीं है। बल्कि यहां इस बात की चर्चा है कि शारीरिक संबंध बनाने के लिए एक महिला और पुरुष की न्यूनतम उम्र कितनी होनी चाहिए। साइंस में इसके लिए अंग्रेजी शब्द कॉपुलेशन (शारीरिक संबंध) का इस्तेलाम किया गया है। इसके मुताबिक जब महिला और पुरुष के शरीर में हार्मोनल चेंज आ जाता है तब वे शारीरिक संबंध के योग्य हो जाते हैं। हालांकि, इस हार्मोनल चेंज का यह मतलब कतई नहीं है कि उसके बाद लड़की या लड़के की शादी कर दी जाए। दुनिया के तमाम देशों में शारीरिक संबंध की न्यूनतम उम्र तय की गई है। यह उम्र 16 से 18 साल के बीच है। अपने देश में शारीरिक संबंध बनाने की न्यूनतम उम्र भी 18 साल है।
क्या कहता है कानून
इसके साथ ही अपने देश में कानूनी तौर शादी की न्यूनतम उम्र तय है। लड़कियों की उम्र 18 साल और लड़कों की उम्र 21 साल रखा गया है। इस हिसाब से यहां कानूनी तौर पर पति-पत्नी की उम्र में तीन साल के गैप की बात स्वीकार्य है। मगर 18 साल के ऊपर लड़की की शादी किसी भी उम्र में की जा सकती है। कुल मिलाकर परंपरागत तौर पर भारतीय समाज में पति-पत्नी की उम्र में तीन से पांच साल का गैप स्वीकार्य है।
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