
Parenting Tips: सिर्फ आज की नहीं बल्कि हमेशा से महिलाएं और समानता का शिकार होते हैं. लैंगिक भेदभाव सदियों से महिलाओं के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है. हर साल 24 जनवरी को नेशनल गर्ल चाइल्ड डे मनाया जाता है. इस दिन लोगों के मन में जेंडर इक्वलिटी को लेकर जागरूकता पैदा किया जाता है. हालांकि अब धीरे-धीरे सभी बातें बदल रही है और सरकार के द्वारा भी लड़कियों के हित में कई तरह की योजनाएं शुरू की गई है.
लड़कियों के हित में सरकार ने कई तरह की योजनाएं शुरू की है जिसमें लड़कियों को आगे बढ़ाने का काम किया जाता है. आप अगर बेटी के माता-पिता है तो कैसे उनकी परिवरीज करनी है इस बात पर आपको ज्यादा ध्यान देना होगा. आज हम आपको कुछ पेरेंटिंग टिप्स बताएंगे.
बेटे बेटियों में नहीं करना चाहिए फर्क(Parenting Tips)
बेटे और बेटियों के पारिवारिक के दौरान कोई भी फर्क नहीं करना चाहिए. आज के मॉर्डन जमाने में भी कई ऐसी फैमिली देखने को मिलती है जहां बेटे को प्रायोरिटी दी जाती है और बेटियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है. इससे बेटियों के मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए आपको ऐसा करने से बचना चाहिए.
लड़कियों पर पाबंदी लगाना
जिन घरों में बेटियों को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता है वहां पेरेंट्स उन पर कई तरह की पाबंदियां लगते हैं. किस तरह से स्कूल जाना है कैसे खेलना है कैसे पहनना है ज्यादा हंसना नहीं है ज्यादा बोलना नहीं है जैसी चीज. वहीं दूसरी तरफ बेटों को एकदम फ्री रखा जाता है. ऐसी चीजों की वजह से बच्चों के विकास में बड़ा हो सकता है इसलिए आप पाबंदी न लगाए.
बोलने की आजादी नहीं देना
आज के समय में कई ऐसी जगह है जहां बेटियों को बोलने की आजादी नहीं मिलती है. इसकी वजह से बेटी आप शोषण की शिकार होती है लेकिन इसका किसी को पता नहीं चलता. यही वजह है की लड़कियां शोषण और एब्यूज रहती है. आपको ध्यान रखना है कि आप अपनी बेटी के बोलने की आजादी नहीं छीने.
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