Protein Powder Side Effects: प्रोटीन पाउडर लेने का चलन इन दिनों काफी बढ़ा है। अस्तव्यस्त जीवनशैली के कारण अक्सर प्रोटीन पाउडर लेकर लोग भोजन में इसकी कमी की भरपाई कर रहे हैं। पर यदि वह गुणवत्तायुक्त न हो तो आपको लेनी की देनी पड़ सकती है।
बाजार में इन दिनों कई प्रकार के प्रोटीन पाउडर मिल रहे हैं। विज्ञापनों मे भी खूब इसके बारे में बढ़चढ़कर दिखाया जा रहा है। कहीं आप भी इसके चक्कर में आकर प्रोटीन पाउडर खरीद तो नहीं रहे हैं? यदि हां तो सावधान आपको इस बारे में पर्याप्त जानकारी जुटा लेनी चाहिए। तो आइये डॉक्टर मुधलिता शुक्ला से जानते हैं प्रोटीन पाउडर के फायदे और नुकसान के बारे में।
प्रोटीन सप्लीमेंट की आवश्यकता
यदि आप प्रोटीन सप्लीमेंट लेना चाहते हैँ तो पहले इसकी आवश्यकता है या नहीं इसकी जांच जरूर करें। मरीजों को जो प्रोटीन पूरक आहार यानी सप्लिमेंट दिया जाता है वह गेहूं से बना होता है। जाहिर है यह बेहतर प्रोटीन होता है। पर यह उस स्थिति में दिया जाता है जब आपको इसकी सचमुच आवश्यकता है, आप किसी बीमारी के शिकार हो गए हों और प्रोटीन की पर्याप्त जरूरत तुरंत पूरी करनी हो। हालांकि आज बॉडीबिल्डिंग के लिए लोग इस सप्लीमेंट को ले रहे हैं।
हो सकता है खतरनाक
अक्सर आपने सुनी होगी कि चिकित्सक कहते हैं कि स्टेरायड खतरनाक है। पर यह भी जान लें कि प्रोटीन पाउडर में भी इसकी मिलावट हो सकती है। विशेषकर जो जिम कर रहे हैं वे इस बात से अनजान होते हैँ इसके कारण उन्हें सेहत को लेकर अनजाने ही बड़ा समझौता करना होता है। यदि अधिक मात्रा में लें तो यह लीवर को डैमेज तक कर सकता है।
स्वाभाविक रहन सहन
आप स्वस्थ रहना चाहते हैं। अच्छी कद काठी की आकांक्षा है तो आपको स्वाभाविक ढंग से सेहत बनाने पर फोकस करना चाहिए। निरंतर ध्यान रहे कि आपका खानपान इस दिशा में सही तरीके से हो रहा हो और आप व्यायाम भी कर रहे हैं।
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इन बातों का रखें ध्यान
- वजन के हिसाब से प्रति किलोग्राम पर एक ग्राम प्रोटीन का सेवन सही रहता है।
- बढ़ते बच्चों को अधिक प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
- गर्भवती महिलाओं को उनकी जरूरत के अनुसार प्रोटीन सप्लीमेंट लेना चाहिए।
- दूध दही, पनीर का नियमित सेवन प्रोटीन आवश्यकता को पूरा कर सकता है। अंडे का सेवन भी अच्छा उपाय है।
- टोफू यानी सोयाबीन का पनीर भी अच्छा व उपयोगी है।
- मीट, मछली चिकन मांसाहारी वर्ग में प्रोटीन का बेहतर माध्यम हे।
- आपको काला चना, सोयाबीन और राजमा व अन्य दलहन को प्रोटीन की कमी की पूर्ति करने के लिए लेना चाहिए।
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