
Healthy Eating Tips: जिस प्रकार हमारे राष्ट्रीय ध्वज में बराबर की चौड़ाई वाली तीन रंग-पट्टिकाएं हैं, ठीक उसी प्रकार हमारे भोजन में इन तीनों रंगों का समावेश उसे विविधता के साथ-साथ पौष्टिक भी बनाता है। तीनों रंग के खाद्य पदार्थ एक दूसरे के पूरक हैं। जैसे राष्ट्रीय ध्वज में तीनों रंग महत्वपूर्ण हैं, वैसे ही ट्राइकलर फूड में प्रत्येक कुदरती रंग का अहम योगदान है। इस बारे में रोचक जानकारी दे रही हैं जय आरोग्य हॉस्पिटल, ग्वालियर [म.प्र.] की जानी मानी डॉक्टर शिराली अरविंद रूनवाल…
ब्रह्मास्त्र के समान
कुपोषण व अनीमिया से निजात पाने हेतु तिरंगा थाली ब्रह्मास्त्र के समान है। इस नैसर्गिक रंग-योजना से विभिन्न प्रकार के विटामिन्स, मिनरल्स तथा पोषक तत्व (कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं वसा) समुचित मात्रा में उपलभ्य होकर आहार को संतुलन प्रदान करते हैं। अलग-अलग रंग के भोजन में मौज़ूद एंटीऑक्सीडेंट्स, पानी तथा फ़ाइबर कंटेंट; बैलेंस्ड डाइट की परिभाषा को मूर्त-रूप देते हैं।
कैसी है यह तीन रंग की भोज्य सामग्री
केसरिया खाद्य पदार्थ : इस रंग के खाद्य पदार्थ शरीर को प्रोटीन व ऊर्जा देते हैं। इनमें मसूर, चना, कुल्थी, अरहर, अंडे की ज़र्दी, मक्के के दाने, गाजर, कद्दू, आम, पपीता, नारंगी, संतरा, अनार, लाल सेब (कश्मीरी), झरबेरी के बेर, बादाम, केशर, लाल मिर्च आदि हैं।
श्वेत खाद्य पदार्थ : इस रंग के खाद्य पदार्थों से कार्बोहाईड्रेट तथा वसा मिलते हैं। ये शरीर को ऊर्जा देते हैं। इनमें आटा (गेंहू, मक्का, कूटु), रवा, मैदा, चावल, चीनी, आलू, अंडे की सफ़ेदी, मांड, फूलगोभी, मूली, मशरूम, पनीर, मक्खन, मलाई, घी, काजू, केला, सीताफल, लीची, नमक आदि हैं।
हरित खाद्य पदार्थ : इस रंग के भोज्य में विटामिन व मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इनमें हरी सब्ज़ियां, लौकी, तुरई, भिंडी, परवल, टिंडा, मेथी, बथुआ, कुंदरू, सहजन, ग्वार, चौलाई, चने की भाजी, पानसी, करेला, पत्तागोभी, हरे बैंगन, पालक, नोनिया, सरसों का साग, सेम, हरी रमास, बालोर, मटर, अमरूद, हरे सेब (कुल्लू), पान, कीवी, पेमदी बेर, हरा टमाटर, पिश्ता, हरी मिर्च आदि शामिल हैं।
वैज्ञानिक दृष्टि से भी तर्कसंगत
थाली में केसरिया, सफ़ेद और हरे रंग से जुड़े ये खाद्य पदार्थ सजते हैं, तो देश के झंडे का अक्स उभरकर आता है। इनके अतिरिक्त आप जामुन, ब्लूबेरीज़, फालसा इत्यादि शामिल कर नीले रंग के चक्र की कमी को पूर्ण कर सकते हैं।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंग, क्रमशः केसरिया, श्वेत एवं हरा; वैज्ञानिक दृष्टि से भी बड़े तर्कसंगत हैं। कारण केसरिया व हरा एक दूसरे के सम्पूरक रंग (complementary colors) हैं, अतः गाहे-बगाहे निगाहें इन पर टिकती ही हैं। बीच में स्थित सफेद पट्टिका सात रंगों का सम्मिश्रण है।
हमारा मस्तिष्क इस चलायमान दुनिया में ऐसी बातों को आसानी से ग्रहण करता है, जहां सोच-विचार व मानसिक मंथन हेतु पर्याप्त पल मिलें। तिरंगा थाली का कॉन्सेप्ट यही है कि न केवल देखते ही आपकी भूख जाग्रत हो, अपितु उसे खाने के बाद आध्यात्मिक संतुष्टि भी प्राप्त हो।
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