Ishan Shivanand Bharat Gaurav Award : योगा ऑफ इमोर्टल्स के फाउंडर और योग आधारित गैर औषधीय उपचार के विशेषज्ञ आचार्य ईशान शिवानंद जी को ब्रिटिश पार्लियामेंट में प्रतिष्ठित भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया गया है। विश्वस्तरीय इस अवार्ड को हासिल कर आचार्य ईशान शिवानंद ने हिंदुस्तान का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है।
चुनिंदा हस्तियों को पुरस्कार (Ishan Shivanand Bharat Gaurav Award)
विश्वस्तरीय मानव कल्याण, भारतीय संस्कृति और सभ्यता को बढ़ावा देने वाली हस्तियों को संस्कृति युवा संस्थान देता है ये पुरस्कार।संस्कृति युवा संस्थान की ओर से हर वर्ष ये पुरस्कार उन चुनिंदा हस्तियों को दिया जाता है, जो निस्वार्थ भाव से दुनिया भर में मानव कल्याण के लिए सक्रिय हैं और मानवता के हित में भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। दुनिया भर में प्रतिष्ठित इस भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित होने वालों की सूंची में भारतीय मूल के अंकित जेलेंस, साउथ एशिया टाइम्स के फाउंडर कमलेश सी मेहता, गिविंग बैक फाउंडेशन यूएसए की मीरा गांधी, यूके की पत्रकार लवीना टंडन, अशोक तिवारी, नाइजर जुमा, अमित लठ, वैज्ञानिक डाॅ अर्चना शर्मा, जापान की राइटर पूर्णिमा शर्मा, डाॅ. विंदेश्वरी पाठक, गौरव गोपाल दास, फिल्म अभिनेता मनोज कुमार, पंडित विश्व मोहन भट्ट, डाॅ. प्रकाश कृष्णन, यूके के सांसद वीरेंद्र शर्मा और शिवयोग के संस्थापक डॉ.अवधूत शिवानंद जी आदि के नाम शामिल हैं।

आधुनिक शोधकर्ता के रूप में पहचान
लंदन स्थित ब्रिटिश संसद में 12 मई को आयोजित हुए 10वें भारत गौरव पुरस्कार को आचार्य ईशान शिवानंद (Ishan Shivanand Bharat Gaurav Award) को सम्मानित किया गया। आचार्य ईशान शिवानंद ने ध्यान और योग के क्षेत्र में विश्व भर में एक आधुनिक शोधकर्ता के रूप में अपनी पहचान कायम की है। उन्होंने दुनिया भर को एक ऐसा आदर्श स्वास्थ्य मॉडल दिया है, जिससे युवा, बुजुर्ग और बच्चे खुद को बेहद ही आसानी से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वास्थ्य रख पा रहे हैं। उनके योग आधारित गैर औषधीय उपचार के तरीके पर विश्व के जाने माने वैज्ञानिकों ने शोध भी किया है और इस पर अपनी मुहर लगाई है।
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आंतरिक निदान पर जोर
मौजूदा समय मेंआचार्य ईशान शिवानंद जी के मार्गदर्शन में भारत समेत दुनिया 16 से भी ज्यादा देशों में शिवयोग साधना और योगा ऑफ इम्मोर्टल्स के प्रोटोकाॅल को लाखों लोगों ने अपने जीवन में अपनाया है। आचार्य ईशान शिवानंद जी इस गैर औषधीय चिकित्सा पद्धति से लाखों लोग दवाओं का उपयोग किए बिना अपने खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य बना चुके हैं। ईशान शिवानंद जी बताते हैं कि हमारी बीमारी का कारण आंतरिक है तो उसका निदान भी आंतरिक ही होना चाहिए।
निस्वार्थ प्रयासों को प्रोत्साहन
ब्रिटिश पार्लियामेंट में अवार्ड ग्रहण करने के बाद आचार्य ईशान शिवानंद जी (Ishan Shivanand Bharat Gaurav Award) ने विनम्रता के साथ यूनाइटेड किंगडम के संसद सदस्य वीरेंद्र शर्मा, हाउस ऑफ लॉर्ड्स की सदस्य बैरोनेस सैंडी वर्मा, काउंसिलर सुनील चोपड़ा, साउथवार्क के लंदन बरो के मेयर और संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर ईशान शिवानंद जी ने कहा कि ये पुरस्कार दुनिया भर में एकीकृत मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल को सुलभ बनाने के निस्वार्थ प्रयासों को प्रोत्साहन प्रदान करेगा।
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मानसिक रोगों के निवारण और प्रबंधन
ईशान शिवानंदजी योग आधारित गैर औषधीय उपचार प्रणाली और योगा ऑफ इमोर्टल्स के माध्यम से दुनिया भर में मानसिक रोगों के निवारण और प्रबंधन के लिए काम कर रहे हैं। वो दुनिया की शीर्ष मल्टीनेशनल कम्पनियों, सरकारी-गैर सरकारी संस्थानों और यूनिर्वसिटीज में शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को सुंदर बनाने का प्रशिक्षण भी प्रदान कर रहे हैं। उनके इन ट्रेनिंग प्रोग्राम के बेहद ही सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इससे न सिर्फ कार्य कुशलता और कार्य क्षमता बढ़ती है, बल्कि तनाव, बेचैनी, अनिद्रा और अशांति से छुटकारा पाकर लोग चौबीसों घंटे ऊर्जावान और आनंदित महसूस करते हैं। फिलहाल आचार्य ईशान शिवानंदजी मेंटल हेल्थ एंड बेहवियरल मॉडिफिकेशन इनीशिएटिव के निदेशक की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं।
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