बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ एक शब्द बेहत की कॉमन होता जा रहा है, AI मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस. हर एक चीज का AI हम आए दिन देख रहे हैं, चाहे वो चैट जीपीटी जैसा कोई AI हो या न्यूजरूम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से न्यूज पढ़ता रोबोट. तो आखिर खेल की दुनिया इस तकनीक का इस्तेमाल करने से कैसे दूर रह सकती है.
146 साल पुराने इस टूर्नामेंट में पहली बार एआई कमेंटेटर शामिल होंगे. इन टिप्पणीकारों को कोई मानवीय इनपुट प्राप्त नहीं होगा। ऐसे मामले में एआई कमेंटेटर अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करेगा. 1937 में, बीबीसी ने विंबलडन मैचों की लाइव कमेंट्री प्रसारण शुरू किया.
यूएस मास्टर्स गोल्फ टूर्नामेंट में, एआई कमेंटेटर को पहली बार तीन महीने पहले नियुक्त किया गया था. अमेरिकी गोल्फ़िंग लीजेंड जैक निकलॉस के पास एआई-संचालित एनीमेशन था जो प्रशंसकों के साथ बातचीत कर सकता था और खेल के बारे में पूछताछ का जवाब दे सकता था.
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आईबीएम कमेंटेटर के लॉन्च में करेगा सहायता
आईबीएम(IMB) की सहायता से, ऑल इंग्लैंड क्लब एक एआई कमेंटेटर पेश करेगा. विंबलडन से संबद्ध, आईबीएम एक सॉफ्टवेयर प्रदाता है. इसके लिए एआई कमेंटेटर को टेनिस शब्दजाल में प्रशिक्षित किया गया है. गेंद कहां है यह उसके डेटा में शामिल होगा. खिलाड़ियों की शूटिंग तकनीक कमेंट्री के दौरान पुरुष और महिला दोनों कमेंटेटर मौजूद रहेंगे, लेकिन कोई मानवीय वॉयसओवर नहीं होगा.
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