Asian Games के ट्रायल से विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को बाहर करने को चुनौती देने वाले पहलवान अविनाश पंघाल और सुजीत कलकल द्वारा दायर मामले पर गुरुवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई। कोर्ट ने WFI से इस पर जवाब देने को कहा है। भारतीय कुश्ती महासंघ को अदालत ने आज अपना जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था और अगली सुनवाई 21 जुलाई को होनी थी।
पिछले दिनों WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कुश्ती में इस प्रथा को ख़त्म करने का दावा किया था। महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बृज भूषण ने एडहॉक कमेटी के फैसले पर दुख जताया है। इस विकल्प से राष्ट्रीय कुश्ती ध्वस्त हो जायेगी।
बृज भूषण ने दावा किया कि ट्रायल में छूट के कारण जूनियर पहलवानों को परेशानी हो रही है। मुकदमे से छूट को लेकर आज दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होगी।
एशियाई खेलों में विनेश-बजरंग की सीधी एंट्री को हरियाणा के पहलवान अविनाश पंघाल और सुजीत कलकल ने अनुचित बताया है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की एडहॉक कमेटी के फैसले का दोनों पक्षों ने विरोध किया है। इस फैसले पर सबसे पहले बीजेपी नेता और पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त ने आपत्ति जताई थी।
समिति के फैसले का प्रशिक्षकों ने भी विरोध किया है। केडी जाधव इंडोर स्टेडियम 22 और 23 जुलाई को एशियाई खेलों के ट्रायल की मेजबानी करेगा।
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जो पहलवान इस फैसले के खिलाफ थे, उनके अनुसार मुकदमे की वीडियोग्राफी की जानी चाहिए
याचिका में मांग की गई है कि मुकदमा निष्पक्ष रूप से चलाया जाए। प्रत्येक पहलवान को सभी नियमों से छूट मिलनी चाहिए।मुकदमे की वीडियो रिकॉर्डिंग जरूरी है।
याचिका में दावा किया गया कि हालांकि इन पहलवानों ने जंतर मंतर पर अपने विरोध प्रदर्शन में कहा था कि वे न्याय और जूनियर पहलवानों के हितों के लिए लड़ रहे थे, लेकिन अब वे उन्हें प्रतियोगिता से बाहर करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए हमें इस फैसले के खिलाफ अदालत में अपील करनी पड़ी।
साक्षी मलिक के मुताबिक सरकार ने पहलवानों को बांटने की कोशिश की
साक्षी मलिक के ट्वीट के मुताबिक एशियन गेम्स के लिए सीधे नाम भेजकर सरकार ने पहले ही पहलवानों की एकता को तोड़ने का काम किया है। मैं इसका समर्थन नहीं करता हूं और मैंने इसे पहले आज़माए बिना कभी किसी खेल में भाग नहीं लिया है।
मुझे इस सरकार की मंशा परेशान करने वाली लगती है। हमने परीक्षणों की शुरुआत में देरी करने पर चर्चा की थी, लेकिन अब हम सरकार के बदनामी अभियान का निशाना हैं।
साक्षी मलिक ने आगे कहा, “तीन-चार दिन पहले मुझे सरकार की तरफ से फोन आया था कि हम विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को एशियन गेम्स में भेज रहे हैं, आप भी मेल करके भेज दीजिएगा। मैंने साफ मना कर दिया।”
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