Home टेक्‍नोलॉजी जानिए क्या होता है मैलवेयर और वायरस में अंतर ? दोनों में...

जानिए क्या होता है मैलवेयर और वायरस में अंतर ? दोनों में से कौन फोन फोन को पहुंचना है ज्यादा नुकसान

Malware vs Virus : मैलवेयर और वायरस में बहुत ही ज्यादा अंतर होता है. मैलवेयर पूरे फोन को इफेक्ट करता है, जबकि वायरस किसी फाइल को इफेक्ट करता है.

Malware vs Virus

Malware vs Virus : मैलवेयर और वायरस को अक्सर लोग एक ही चीज मानते हैं लेकिन यह दोनों एक चीज नहीं होते हैं. जरूरी है कि आपको इन दोनों के बीच अंतर जानना चाहिए. यह दोनों टेक्निकल टर्म एक दूसरे से अलग होते हैं. मैलवेयर एक तरह का मालीशियस सॉफ्टवेयर है जो की होस्ट कंप्यूटर को इफेक्ट करता है वही वायरस मैलवेयर का एक टाइप होता है. वायरस किसी फाइल को इफेक्ट करता है और जब फाइल या प्रोग्राम को रन किया जाता है तो डिवाइस में यह फैल जाता है.

 

Malware vs Virus : दोनों में होता है बेहद अंतर

अक्सर लोगों को लगता है कि मैलवेयर और वायरस दोनों एक ही होता है और इसको लेकर लोगों में कन्फ्यूजन रहता है. इन दोनों को लोग एक ही मानते हैं लेकिन आज हम आपको इसके बारे में बताने वाले हैं. इस आर्टिकल में हम यह भी बताएंगे कि इनमें से कौन आपका फोन में ज्यादा परेशानी खड़ी कर देगा.

जानिए क्या होता है मैलवेयर

मालवेयर एक तरह का सॉफ्टवेयर होता है जो किसी कंप्यूटर सिस्टम का ओनऑथराइज्ड एक्सेस पाने के लिए डिजाइन किया होता है. इसके वजह से अक्सर थर्ड पार्टी को फायदा होता है. इसका फुल फॉर्म मेंलीशियस सॉफ्टवेयर होता है.

Also Read:Vehicle Purchase Shubh Din Muhurat: News Year 2024 में गाड़ी खरीददारी के लिए ये हैं शुभ दिन

जानिए कितने तरह का होता है मैलवेयर

वायरस
ट्रोजन
वार्म
रेनसमव्हेयर
स्पाइवेयर
एडवेयर

जानिए क्या करता है मैलवेयर

निजी जानकारियां चुराने की कोशिश कर सकता है.
कार्ड डिटेल्स और पेमेंट डिलेट चोरी कर सकता है.
बिटकॉइन या माइनिंग शुरू कर सकता है.
गैरजरूरी टास्क शुरू कर सकता है.

ये हैं एंटी-मैलवेयर सॉफ्टवेयर:

Total AV
Bitdefender
Malwarebytes
Hitman प्रॉब्लम

जानिए क्या होता है वायरस

वायरस एक तरह का कोड होता है जो खुद को किसी प्रोग्राम या फाइल में अटैक करता है. फाइल के माध्यम से यह पूरे डिवाइस को करप्ट कर देता है. वायरस का पूरा नाम विटल इनफॉरमेशन रिसोर्सेस अंदर चीज होता है. इसको हटाने के लिए एंटीवायरस का इस्तेमाल किया जाता है.

वायरस के टाइप:

बूट सेक्टर
मल्टीपार्टी
स्पेसफिलर
रेजिडेंट
पोलीमॉर्फिक
फाइल इंफेक्टर
डायरेक्ट एक्शन
मैक्रो

वायरस के अटैक से होती हैं ये दिक्कतें:

घट जाती है प्रोसेसिंग स्पीड.
स्क्रीन में दिखाई देने लगते हैं कई पॉप-अप.
पासवर्ड हो जाते हैं रिसेट.
कई प्रोग्राम अपने आप होने लग जाते हैं एग्जीक्यूट

Also Read:Job News: 12वीं पास अच्छे पैकेज की सैलरी पाने के लिए इन पदों के लिए करें अप्लाई, जानें वैकेंसी

तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube  पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबरे

Exit mobile version