Assam Cabinet ने एनईईटी यूजी पास करने वाले एनआरआई/एनआरआई प्रायोजित छात्रों के लिए एमबीबीएस की कुल सीटों में से 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रस्ताव दिया है। 15 प्रतिशत अखिल भारतीय कोटा, सेंट्रल पूल, नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल कोटा, रॉयल गवर्नमेंट ऑफ भूटान कोटा सीटों की कटौती के बाद सीटें सालाना आरक्षित होंगी।
At our weekly #AssamCabinet, we took several decisions:
✅Reservation for OBC/MOBC (non creamy layer) in MBBS/BDS courses
✅ Empowering autonomous councils to recruit Retd. executive engineers
✅Medicalcare for sportspersons
✅Discontinuation of physical non-judicial stamps pic.twitter.com/x2wMdWDKzP
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) June 15, 2023
ओबीसी कैटेगरी में भी बढ़ेगा रिजर्वेशन
ओबीसी, एमओबीसी कैटेगरी (नॉन-क्रीमी लेयर) के छह समुदायों के लिए आरक्षण में भी बढ़ोतरी होगी। चाय बागानों/पूर्व चाय बागान समुदायों या जनजातियों के बच्चों के लिए प्रत्येक में 3 सीटों की वृद्धि होगी, जिनमें से 22 ब्रह्मपुत्र घाटी के लिए और 8 बारुक घाटी के लिए होंगी। मोरन, मटक, ताई अहोम, चुटिया, कोच राजबंशी।
इसलिए, चाय बागान / पूर्व चाय बागान समुदायों / जनजातियों के बच्चों के लिए सीटें 27 से बढ़कर 30 हो जाएंगी, मोरन और मटक समुदाय को अब 8 सीटें मिलेंगी, जिनमें से एक बीडीएस के लिए होगी, ताई अहोम को अब 10 सीटें मिलेंगी। बीडीएस के लिए एक सीट सहित, चुटिया और कोच राजबंशी के पास अब क्रमशः 9 और 13 सीटें होंगी और दोनों समुदायों में बीडीएस के लिए एक-एक सीट होगी।
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