Bada Mangal 2023 : आज 16 मई 2023, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और दिन मंगलवार है। ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवार का हिंदू सनातन धर्म में खास महत्व है। इन दिन राम भक्त हनुमान जी की खास पूजा अर्चना की जाती है। तो आइए आचार्य आशीष राघव द्विवेदी जी से जानते हैं बड़ा मंगल क्यों है खास और इस दिन हनुमान की कैसे पूजा अर्चना करना चाहिए…
ज्येष्ठ महीने के सभी मंगलवार को बड़ा मंगल और बुढ़वा मंगल भी कहा जाता हैं। यानी आज इस साल का दूसरा बड़ा मंगल है। इस दिन पूरे विधि-विधान और श्रद्धा भाव से साथ राम भक्त हनुमान जी पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन बजरंगबली के वृद्ध स्वरुप की पूजा-अर्चना की मान्यता है।
ज्येष्ठ मास के मंगलवार यानी बड़ा मंगलवार का संबंध रामायण और महाभारत से जुड़ा है। मान्यता है कि ज्येष्ठ मास के मंगलवार को ही श्री राम जी से हनुमान जी का मिलन विप्र रूप में हुआ था।
वहीं पुराणों के मुताबिक महाभारत काल में जब भीम को अपने बल का घमंड हो गया था तो बजरंगबली ने ज्येष्ठ मास के मंगलवार को बूढ़े वानर का रूप धारण करके भीम के अभिमान को दूर किया था। तभी से मंगल को बुढ़वा मंगल कहा जाने लगा।
बड़ा मंगल यानी बुढ़वा मंगल के दिन हनुमानजी के वृद्धि स्वरुप की पूजा-अराधनी की जाती है। मान्यता के मुताबिक इस दिन सच्चे मन से पवनपुत्र की पूजा करने से जातक को सभी तरह के संकट से छुटकारा मिलता है और स्वंय हनुमान जी उसकी रक्षा करते हैं।
बड़ा मंगलवार के दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के तरीके
- मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाने, दान पुण्य करने से जातक के जीवन से हर तरह की बाधा दूर हो जाती है।
- हनुमान जी को चिरंजीवी कहा जाता है, बड़ा मंगल के दिन भक्त श्रद्धा और भक्ति के साथ उन्हें याद करता है तो वे उसे बचाने के लिए दौड़े चले आते हैं।
- आर्थिक, मानसिक और शारीरिक पीड़ा से मुक्ति पाने के लिए इस दिन संकटमोचन की व्रत-पूजा अचूक मानी गई है।
- शास्त्रों के मुताबिक बड़ा मंगल के दिन सूर्योदय से उठकर नित्यक्रिया से निवृत होकर स्नान कर लें। इसके बाद साफ कपड़ा पहने।
- फिर हनुमान जी की प्रतिमा को गंगा जल से साफ करे। फिर पूजा स्थान पर लाल फूल, अक्षत, धूप, दीप, चंदन और लाल या फिर नारंगी लंगोट चढ़ाएं।
- हनुमान जी को मोतीचूर का लड्डू या फिर बूंदी का भोग लगाएं।
- इस दिन सच्चे मन से हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करना काफी लभकारी माना गया है।
- बड़ा मंगलवार के व्रत में सायंकाल भोजन का प्रावधान है इस दिन मीठा भोजन कर सकते हैं।
आपका दिन शुभ और मंगलमय हो
आचार्य आशीष राघव द्विवेदी, भागवताचार्य (ज्योतिष रत्न), संपर्क सूत्र: 9935282234
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है। यहां केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Vidhan News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।)
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।