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Digital literacy: फेसबुक पर कॉन्टेंट कॉपीराइट के ऐसे झांसे से बचें: आरती सिंह तंवर

Digital literacy: सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर इन दिनों एक खास स्टेटस मेसेज को शेयर करने के लिए कहा जा रहा है। क्‍या है इसका सच, आइए जानें डिजिटल दुनिया की एक्‍सपर्ट सब इंंस्‍पेक्‍टर आरती सिंह से।

Arti Singh Tanwar Interview
Arti Singh Tanwar

Digital literacy: सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर इन दिनों एक अफवाह तेजी से फैल रही है। इसमें एक खास स्टेटस मेसेज को शेयर करने के लिए कहा जा रहा है। पर क्‍या आप इसका सच जानते हैं। बता दें कि इस एक खास स्‍टेटस में लिखा गया है कि अगर आप इसे शेयर नहीं करते हैं, तो आप अपनी टाइमलाइन पर शेयर किए कॉन्टेंट पर अपना कॉपीराइट और प्राइवेसी राइट गंवा (Facebook copyright infringement scam) देंगे। जो भी इस मैसेज को अपने फ्रेंड्स की टाइमलाइन पर देख रहा है, उसे शेयर कर दे रहा है। इस तरह से यह स्पैम वायरल होता जा रहा है। भारत समेत दुनिया भर के यूजर इस मेसेज को शेयर कर रहे हैं। क्‍या है इसका सच जानें डिजिटल दुनिया की एक्‍सपर्ट सब इंंस्‍पेक्‍टर आरती सिंह से…

क्‍या है इस स्‍टेटस का मजमून

इस मेसेज को शेयर करने वाले यूजर्स को यकीन है कि इसके बाद वे जो कुछ भी पोस्ट करेंगे, उस पर उनका अधिकार बना रहेगा। इसका मजमून कुछ इस तरह है, ‘फेसबुक की नई गाइडलाइंस के मद्देनजर मैं घोषित करता हूं कि मेरी निजी जानकारी, पोस्ट, तस्वीरों, पेंटिंग्स, विडियोज वगैरह पर मेरा कॉपीराइट है। इन सभी चीजों के व्यवसायिक इस्तेमाल के लिए हर बार मेरी लिखित मंजूरी लेना जरूरी होगा। (Facebook copyright infringement scam)

हकीकत कुछ और है

सचाई यह है कि इस मैसेज का फेसबुक से कोई लेना-देना नहीं है। फेसबुक पर यूजर अकाउंट बनाते वक्त ही कॉन्टेंट से जुड़ीं टर्म्स ऐंड कंडीशन्स पर सहमति देना जरूरी होता है। उसी के बाद अकाउंट ऐक्टिवेट होता है। जहां तक कॉन्टेट के मालिकाना हक का सवाल है, फेसबुक की ओनरशिप टर्म्स ऐंड कंडीशन्स के मुताबिक, आपकी टाइमलाइन पर पब्लिश हर कॉन्टेंट पर आप ही का हक है।

कुछ पेच भी हैं

कॉन्टेंट आपका जरूर है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि फेसबुक आपके डेटा या वेबसाइट यूज पर नजर नहीं रखता। फेसबुक एडवरटाइजर्स को यह डेटा मुहैया कराता है। हालांकि, नाम या दूसरी प्राइवेट जानकारियों को हटा लिया जाता है या फिर निजी जानकारी को दूसरे लोगों के डेटा से इस तरह से मिक्स कर दिया जाता है कि वह किसी एक खास व्यक्ति की नहीं रह पाती।

ऐसे रखें कॉन्टेंट को सेफ

फेसबुक पर आप जो भी जानकारी ‘पब्लिक’ करते हैं, उसे कोई भी दूसरा शख्स ऐक्सेस कर सकता है और बिना फेसबुक या यूजर को बताए उसका इस्तेमाल भी कर सकता है। यूजर अपने डेटा को सुरक्षित करने के लिए साइट द्वारा मौजूद इन बिल्ट सिक्युरिटी ऑप्शंस का इस्तेमाल कर सकता है। यूजर प्रोफाइल पेज पर तमाम तरह की सेटिंग्स होती हैं जिसके जरिये वॉल पोस्ट या तस्वीरों को शेयर करते वक्त अपने कॉन्टेंट को सुरक्षित किया जा सकता है।

स्पैम्स से रहें सावधान

फेसबुक पर शेयर की जाने वाली हर जानकारी सही हो, यह जरूरी नहीं। इसलिए किसी भी बात को मानने से पहले एक बार सोच जरूर लें। अक्सर कुछ शरारती लोग अपने पेज या ग्रुप को प्रमोट करने के लिए जानबूझकर इस तरह के फोटो या मैसेज शेयर करना शुरू करते हैं। धीरे-धीरे ये फोटो या मैसेज वायरल (Facebook copyright infringement scam) हो जाते हैं और बहुत से लोगों तक पहुंच जाते हैं। अक्सर आपने बीमार बच्चे या किसी जरूरमंद शख्स की तस्वीर भी देखी होगी, जिसपर लिखा होता है कि इसे शेयर करने पर फेसबुक की तरफ से कुछ पैसों की मदद मिलेगी। इस तरह के तमाम मैसेज हकीकत से कोसों दूर होते हैं। यही नहीं, दूसरों की देखादेखी में शेयर या क्लिक करने पर आपका कंप्यूटर किसी वायरस का शिकार भी हो सकता है।

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