Delhi Flood Update: पहाड़ों पर हुई भीषण बारिश के बाद यमुना के जलस्तर ने विकराल रूप धारण कर लिया। इसके बाद दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ के बाद तबाही का मजर देखने को मिला। सोशल मीडिया पर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ कई वीडियो वायरल होने लगे। इसी बीच दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने भाजपा पर ठिकरा फोड़ दिया। इसके जवाब में भाजपा ने मंत्रियों ने भी फ्लड मैनेजमेंट को लेकर आम आदमी पार्टी को घेर लिया।
दिल्ली की राजस्व मंत्री ने लगाए थे ये आरोप
सबसे पहले बताते हैं कि मामला कहां से शुरू हुआ। दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने रविवार को कहा कि हथिनीकुंड से दिल्ली, हरियाणा और यूपी के लिए पानी छोड़ा जाता है। राजस्व मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार होने के बावजूद पानी की एक बूंद भी हरियाणा और यूपी की ओर नहीं छोड़ी गई, क्यों? फिर उन्होंने कहा कि क्या ऐसा इसलिए था क्योंकि ये दोनों राज्य भाजपा शासित हैं? भाजपा को जवाब देना चाहिए। क्या यह दिल्ली के लोगों के खिलाफ एक साजिश थी?
#WATCH | Lieutenant Governor Vinai Kumar Saxena inspects flood-affected areas of Delhi. pic.twitter.com/uChzHVE11r
— ANI (@ANI) July 16, 2023
हरियाणा के सिंचाई विभाग ने दिया ये जवाब
इसके जवाब में हरियाणा सरकार के सिंचाई और जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता डॉ. सतबीर सिंह कादियान ने कहा कि हथिनीकुंड बैराज कोई जलाशय नहीं है। यह एक बैराज है। बैराज का मतलब पानी की दिशा बदलने की क्षमता के लिए होता है। उन्होंने दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी के आरोपों का खंडन किया। इतना ही नहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में बाढ़ को रोकने के लिए पिछले दो साल एपेक्स कमेटी की बैठक तक नहीं हुई है।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने पूछा हिसाब
इसी बीच भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भी दिल्ली की आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। मीनाक्षी लेखी ने रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में बाढ़ का मूल कारण यमुना की “गाद सफाई” का अभाव है। साथ ही उन्होंने पूछा कि नदी की सफाई पर खर्च के लिए 6,800 करोड़ रुपये कहां गए?
केंद्रीय मंत्री एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रही थीं। जहां उन्होंने कहा कि यमुना अपने लंबे प्रवाह में एक राज्य से दूसरे राज्य में बहती है, इसलिए नदी में धीरे-धीरे गाद जमा हो जाती है और “गाद निकालने” की प्रक्रिया नहीं की गई, जिसके कारण दिल्ली में बाढ़ आई।
कहा- कम पानी में भी कैसे आ गई बाढ़
उन्होंने कहा कि 10 जुलाई को सीएम केजरीवाल ने बताया है, हरियाणा से दिल्ली में 3,59,760 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके अलावा अगस्त 2019 में 8,28,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। फिर इस बार कम मात्रा में पानी आने पर भी बाढ़ जैसी स्थिति कैसे पैदा हो गई। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दिल्ली बाढ़ में डूब गई है, क्योंकि नदी की जल धारण क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक “डिसिल्टिंग” या “ड्रेजिंग” नहीं की गई है।
यमुना की सफाई न कराने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि पिछले साल दिल्ली के पर्यावरण विभाग ने विधानसभा को सूचित किया था कि दिल्ली में यमुना नदी के विस्तार को साफ करने के लिए, 2017-21 तक पांच वर्षों में लगभग 6,856.91 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। उन्होंने कहा कि बाढ़ नियंत्रण का 6,800 करोड़ रुपये का बजट पांच साल में खर्च किया गया, तो यह पैसा कहां खर्च किया गया? इसकी जांच होनी चाहिए कि इन 6,800 करोड़ रुपये का आखिर क्या किया गया?
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