Fathima Beevi passes away : 6 अक्टूबर 1989 को सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला न्यायाधीश बनकर कीर्तिमान बनाने वाली फातिमा बीवी का आज निधन हो गया। वह तमिलनाडु की पूर्व राज्यपाल भी थीं। न्यायमूर्ति फातिमा बीवी ने 96 वर्ष की उम्र में गुरुवार को एक निजी अस्पताल में आखिरी साँस ली।
साढ़े 3 साल दी सुप्रीम कोर्ट को सेवा
जज फातिमा बीबी निधन के समय 96 साल की थीं। 30 अप्रैल 1927 को केरल के ट्रावनकोर साम्राज्य के पत्तनममिट्ठा गांव में जन्म हुआ था। सुप्रीम कोर्ट में वो 6 अक्तूबर 1989 से 29अप्रैल 1992 तक जज रहीं। उन्होंने महज 3 साल और 6 महिने तक सुप्रीम कोर्ट को सेवा दी।
पंडालम की रहने वाली थीं फातिमा बीवी
बता दें कि फातिमा बीवी केरल के पंडालम की रहने वाली थी। उन्होंने पथानामथिट्टा के कैथोलिकेट हाई स्कूल में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। उन्होंने तिरुवनंतपुरम के कॉलेज से बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की थी। गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री हासिल की थी।
फातिमा बीवी ने बनाए थे कई रिकॉर्ड
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जस्टिस फातिमा का निधन बेहद दर्दनाक है। मंत्री वीना ने कहा कि न्यायमूर्ति फातिमा ने उच्चतम न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश और तमिलनाडु की राज्यपाल के रूप में अपनी छाप छोड़ी है। न्यायमूर्ति फातिमा बीवी के निधन पर जॉर्ज ने कहा कि वह एक बहादुर महिला थीं, जिनके नाम कई रिकॉर्ड थे। वह एक ऐसी शख्सियत थीं, जिन्होंने अपने जीवन से दिखाया कि इच्छाशक्ति और उद्देश्य की भावना से किसी भी विपरीत परिस्थिति को पार किया जा सकता है।
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