
Bharat Rice : महंगाई बढ़ती जा रही है. भारती महंगाई को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने भारत आटा के बाद अब भारत राइस को मार्केट में लॉन्च कर दिया है. अनाज की बढ़ती कीमत मोदी सरकार के लिए 2024 चुनाव में मुसीबतें खड़ी कर सकती है. मोदी सरकार भारत ब्रांड के अंतर्गत ₹25 प्रति किलो के हिसाब से चावल बचेगा.
Bharat Rice : बढ़ती महंगाई के बीच सरकार ने लिया बड़ा फैसला
चावल के रेट में होने वाली बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. लगातार चावल के रेट में बढ़ोतरी हो रही है इसी बीच सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार के द्वारा पहले ही इस ब्रांड के अंतर्गत आता और डाल बेची जाती है.
लगातार बढ़ रहे हैं चावल के रेट
उपभोक्ता मंत्रालय के वेबसाइट के अनुसार पिछले 1 साल में चावल के कीमतों में 14.6 फ़ीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.चावल के दाम बढ़ाकर 43.33 रुपए पहुंच गए हैं जबकि अरहर दाल 36.75 फ़ीसदी उछलकर 111.9 रुपए से बढ़कर 153.5 हो गए हैं. उड़द दाल में भी 14.44 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है अब इसकी कीमत 123 रुपए प्रति किलो हो गई है.
वरिष्ठ सरकारी अफसर ने कहा कि चावल में दोहरे अंक की मुद्रा स्पीति को नियंत्रित करने के लिए इसे भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ, राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ और केंद्रीय भंडार आउटलेट के माध्यम से बचने का फैसला लिया गया है.
गेहूं बेचने को लेकर सरकार ने लिया था बड़ा फैसला
नवंबर में अनाज के कीमतों में 10.27 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई थी जिसे खाद्य मुद्रास्फीति नवंबर में 8.70 फ़ीसदी हो गई थी जबकि यह पिछले महीने 6.61 फीसदी थी. सरकार भारतीय खाद्य निगम द्वारा ई नीलामी के माध्यम से खुले बाजार में बिक्री की मात्रा बढ़ाकर गेहूं की बढ़ती किंतु को नियंत्रित करने में सक्षम रही है.
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