RBI Governor : लंदन में बुधवार 14 जून को भारत के केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर शांतिकांत दास “ Governor of the year “ के नाम से सम्मानित किया गया हैं। ये केवल RBI के लिए ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। लंदन में हुए सेंट्रल बैंकिंग अवॉर्ड्स 2023 के चलते शांतिकांत दास को ये अवॉर्ड दिया गया। पब्लिकेशन ने मार्च 2023 में ही शांतिकांत का नाम की सिफारिश कर दी थी।

क्यों समझा गया शांतिकांत को “Governor of the year” के काबिल ?
भारत एक डेवलपिंग देश हैं और ऐसे में देश के हर सिस्टम को मजबूती से काम करने की जरूरत हैं। बात करे शांतिकांत दास की तो उन्होंने हमेशा अपने काम को बखूबी से निभाया हैं। ऐसे कोई और नहीं बल्कि सेंट्रल बैंकिंग रिसर्च जनरल का कहना हैं। सेंट्रल बैंकिंग रिसर्च जनरल अंतरराष्ट्रीय दर पर आर्थिक रिसर्च जनरल का काम करती हैं। उनका कहना हैं कि दस ने कठिन से कठिन समय में अपने देश का बेहतर नैत्रित्व किया हैं।
क्या हैं सेंट्रल रिसर्च बैंकिंग जनरल का पूरा स्टेटमेंट ?
सेंट्रल रिसर्च बैंकिंग जनरल का कहना हैं कि दास ने कोविड जैसी महामारी और ऐसे कठिन समय में इतनी सुलझे गए मिसाज से अपना काम किया। जहां सारे देश किसी ना किसी तरफ से आर्थिक तंगी का शिकार हो रहे थे वही अपनी सूझ बुझ के कारण और मिलकर काम करने के कारण भारत को भुखमरी का सामना नहीं करना पड़ा। उनका यह भी कहना हैं कि दास ने महंगाई का भी ख़ास तौर पर ध्यान रखा हैं। और आज भारत की अर्थव्यवस्था का इतना मजबूत होने में दास की सूझ बुझ का भी कही ना कही बहुत बड़ा रोल हैं।
पेमेंट इनोवेशन सिस्टम को कैसे किया दास ने लीड ?
“भारत में इतनी परेशानियां होने के बाद भी शांतिकांत दास ने पेमेंट इनोवेशन सिस्टम को लीड किया हैं और साथ ही में बहुत अच्छे से देश में काम भी किया”, सेंट्रल रिसर्च बैंकिंग जनरल । इनका कहना हैं कि पेमेंट इनोवेशन सिस्टम को बेहद ही खूबसूरती के साथ लीड किया गया हैं और उसी के साथ भारत में आयी आर्थिक तंगियों का भी डटकर ओए साहस से सामना किया हैं और देश को गिरने नहीं दिया। आज उनके कारण भारत को बेहद ही सम्मान मिला हैं।
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कब हुई थी शांतिकांत के नाम की सिफारिश ?
ऐसा सुनने में आया हैं कि शांतिकांत के नाम की सिफारिश मार्च 2023 में ही दे दी गई थी । पब्लिकेशन ने पहले ही दास को इस अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट कर लिया था। रुस-यूक्रेन युद्ध, सैंकड़ो ग्लोबल चुनौतियों के बाद और साथ में कोरोना जैसी महामारी और कच्चे तेल की कमी के बाद भी भारत की बैंकिंग स्थिति को बेहतर बनाये रखने के कारण उनका नाम पब्लिकेशन्स के दिमाग़ में पहला ऑप्शन बनकर आया था। RBI में अपनी भूमिका को बखूबी निभाने के कारण उन्हें इस पुरुस्कार और सम्मान से नवाजा गया हैं।
(यह खबर विधान न्यूज में इंटर्न कर रहीं कशिश नागर ने तैयार की है)
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