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Video: यूपी के पीलीभीत में कभी दीवार तो कभी छत पर 12 घंटे घूमता रहा बाघ, वीडियो बनाते रहे लोग

UP: वन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि ग्रामीण इलाके में एक मकान की दीवार पर डेरा जमाने वाली बाघिन (मादा बाघ) को 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में कैद कर लिया गया

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit) से एक दुर्लभ मामला सामने आया है। दरअसल सोमवार देर रात एक बाघ टाइगर रिजर्व जंगल से निकलकर रिहायशी इलाके में घुस आया। जब गांव के लोगों की नजर उसपर पड़ी तो उनके होश उड़ गए। बाघ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में वह कभी दीवार तो कभी छत पर आराम फरमाता हुआ नजर आ रहा है। वहीं, आसपास गांववालों उसका वीडियो शूट कर रहे हैं। वन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि ग्रामीण इलाके में एक मकान की दीवार पर डेरा जमाने वाली बाघिन (मादा बाघ) को 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में कैद कर लिया गया।

बाघ संरक्षित क्षेत्र के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने पत्रकारों को बताया कि मंगलवार को लगभग 11:00 बजे मादा बाघ को सकुशल पिंजरे मे कैद कर लिया गया। उन्होंने कहा कि उसे बेहोश करने के लिए कुल चार डॉट (विशेष गन के जरिये दिया जाने वाला बेहोशी का इंजेक्शन) चलाये गए। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, बाघ संरक्षित क्षेत्र की माला रेंज से चार किलोमीटर दूर स्थित अटकोना गांव में बाघिन ने दस्तक दी।

किसकी पड़ी पहली नजर?

गांव के रहने वाले किसान सुखविंदर सिंह सोमवार रात को परिवार संग सो रहे थे। कुछ दूरी पर उनकी कार खड़ी हुई थी। देर रात 12 बजे के बाद बाघिन ने उनकी कार पर छलांग लगाने के साथ जोर से दहाड़ा। बाघिन की गर्जना सुनकर परिवार के लोग डर गए। इसके बाद जब टार्च जलाकर उन्होंने देखा तो मकान की दीवार पर उसे बैठी देखा। इसके बाद परिवार के लोगों ने शोर मचाना शुरू किया तो वहां काफी भीड़ इकट्ठा हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम भी वहां पहुंच गई।

बाघिन को किया गया बेहोश

मंगलवार सुबह तक बाघिन दीवार पर डेरा जमाए रही। इसके बाद वन विभाग की टीम ने उसे बचाने का अभियान शुरू किया। इस कवायद के तहत डॉक्टर दक्ष ने पहला डॉट चलाया जो किसी कारण बस उसे नहीं लगा। इसके 8 मिनट बाद दूसरा डॉट चलाया गया जो उसे लगा, लेकिन बाघिन ने उसे अपने मुंह से निकाल दिया। तीसरा डॉट भी उसे नहीं लगा। अंत में चौथा डॉट उसे लगा और इसके बाद बाघिन दीवार से उतरकर कुछ देर तक लड़खड़ाते हुए चली और फिर बेहोश हो गई।

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बेहोश होने के बाद बाघिन को पिंजरे में कैद कर वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई। इस दौरान मौके पर लोगों की भारी भीड़ दिखी। इस बीच एक ग्रामीण बाघिन के नजदीक जाकर उसे धक्का देने लगा जिसे पुलिसकर्मियों ने हटाया। लोगों ने बाघिन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पिछले कई दिनों से बाघों का ‘पीलीभीत बाघ संरक्षित क्षेत्र’ से सटे आबादी वाले इलाकों में पहुंचने का सिलसिला जारी है।

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