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Positive रहने से कैसे आपको मेंटल हेल्थ हो सकती हैं बेहतर, जानिए क्या हैं तरीके

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आज की स्ट्रेसफुल लाइफ में हर किसी को किसी ना किसी चीज का स्ट्रेस होता रहता हैं। किसी को जॉब का स्ट्रेस तो किसी को फ़ैमिली का, किसी को मार्क्स का स्ट्रेस तो किसी को पैसे कमाने का स्ट्रेस होता रहता हैं। ऐसे में इस स्ट्रेस के कारण इंसान खुश रहना भूल जाता हैं और खुद को इस तनाव में और ज्यादा फसाता चला जाता हैं। ऐसे में इंसान पॉजिटिव रहना तो बिलकुल भूल जाता हैं और अपने दिमाग में इनडायरेक्टली नेगेटिव थॉट्स पैदा करने लगता हैं।

क्या असर करते हैं ये नेगेटिव थॉट

इंसान जब किसी तनाव के कारण नेगेटिव रहने लग जाता हैं तो कही ना कही उसको ये नेगेटिव थॉट्स परेशान करने लगते हैं और उसके काम में और ज़्याद परेशानी लाने लगते हैं। इससे ना केवल वह और ज्यादा परेशान होगा बल्कि इसके साथ साथ वह जिन चीजो में अच्छा है उन्मे भी ख़ुद को बुरा समझ कर आगे नहीं बढ़ पाएगा। ये नेगेटिव विचार उसको आगे बढ़ने नहीं देंगे जिससे वह और ज्यादा परेशान और थका हुआ फील करेगा।

 

क्या होता हैं सकारात्मक विचारों का प्रभाव

ऐसे में इंसान जितना ज्यादा सकारात्मक रहता हैं उतना उसके लिए अच्छा होता हैं। इंसान के सकारात्मक रहने से उसकी मेंटल हेल्थ पर सबसे ज्यादा असर पड़ता हैं। सकारात्मक विचार इसके साथ साथ शरीर को भी अच्छा महसूस कराते हैं साथ में हर काम में मन लगा कर रखते हैं। इनसे इंसान को कई तरीक़े के फायदे होते हैं और उसका दिमाग़ भी खुश खुश रहने के कारण उसका मूड भी अच्छा होने लगता है।

 

क्या होता हैं मेंटल हेल्थ पर असर

मेंटल हेल्थ पर भी इसका बहुत असर पड़ता हैं। एक इंसान सबसे ज्यादा काम अपने दिमाग़ से ही करता हैं और जब उसका दिमाग ही पॉजिटिव रहने लग जाये तो वह हर बुरी चीज में भी अच्छा ही ढूँढता हैं। इससे ना केवल उसका दिमाग लेकिन उसके उसकेपूर्व बिहेव पर असर पड़ता हैं। इससे वह और ज्यादा तरक्की की और बढ़ता हैं। अगर दिमाग में समरात्मक भाव हैं तो इंसान कभी हार नहीं मान सकता और जितना सकारात्मक वह रहेगा उतना ही अच्छा फील करेगा और पॉजिटिव ऊर्जाओ के साथ अपना दिन और अच्छा बना सकेगा।

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कैसे रह सकते हैं पॉजिटिव

पॉजिटिव या सकारात्मक रहना कोई इतना मुश्किल काम नहीं हैं।जी हां, इसमें सबसे आसान तरीक़ा आता हैं मैडिटेशन या योगा करना। योगा या मैडिटेशन करने से इंसान अपने दिमाग को एक नयी एक्टिविटी में लगा सकता हैं। साथ ही योगा और मैडिटेशन करने से बॉडी में साइंटिफ़िकली ऐसे केमिकल रिलीज होते हैं जिनसे इंसान ख़ुश और एनर्जी से भरपूर महसूस करता हैं। इसी के साथ साथ ऐसा काम करे जिसमें आपका मन लगे इससे आप और ज्यादा पॉजिटिव महसूस करेंगे।

(यह खबर विधान न्यूज में इंटर्न कर रहीं कशिश नागर ने तैयार की है)

 

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