
Birsa Munda Punyatithi 2023: भारतीय इतिहास में आदिवासी महानायक बिरसा मुंडा का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज है, ये एक ऐसे नायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने अथक प्रयासों से एक अमिट छाप छोड़ दी थी। उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज को एक नया आयाम देकर उनकी दिशा बदलकर एक नए युग की शुरूआत की। काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ खुद को खड़ा किया।
Birsa Munda Punyatithi 2023: 15 नवंबर 1875 को जन्म
आदिवासी दम्पति पिता सुगना और मां करमी के घर 15 नवंबर 1875 को जन्मे बिरसा मुंडा ने अदम्य साहस का परिचय दिया, उनके शौर्य और वीरता के बलिदान की कहानी आज भी अमिट है। उन्होंने हिन्दू धर्म और ईसाई धर्म काबारीकी से अध्ययन किया और इस परिणाम पर आए कि आदिवासी समाज के विकास के लिए कार्य करना है।
Birsa Munda Punyatithi 2023: आदिवासी समाज के लिए किए सराहनीय कार्य
ब्रिटिश शासकों के शोषण की भट्टी में आदिवासी समाज झुलस रहा था। बिरसा मुंडा ने आदिवासियों को शोषण की से मुक्ति दिलाने के लिए कई सराहनीय कदम उठाएं..आइए जानते हैं…
Birsa Munda Punyatithi 2023: सामाजिक स्तर को उंचा उठाया
सामाजिक स्तर पर आदिवासी-समाज को आदिवासी समाज अंधविश्वासों से बाहर निकाला। आदिवासियों को स्वच्छता का संस्कार सिखाया। शिक्षा का महत्व समझाया। सहयोग और सरकार का रास्ता दिखाया।
Birsa Munda Punyatithi 2023: आर्थिक स्तर पर सुधार
आदिवासी समाज को जमींदारों और जागीरदारों क आर्थिक शोषण से मुक्त किया जा सके। बिरसा मुंडा ने जब सामाजिक स्तर पर आदिवासी समाज में चेतना पैदा कर दी तो आर्थिक स्तर पर सारे आदिवासी शोषण के विरुद्ध स्वयं ही संगठित होने लगे।
Birsa Munda Punyatithi 2023: राजनीतिक स्तर को उंचा उठाया
आदिवासियों को संगठित करके सामाजिक और आर्थिक स्तर पर आदिवासियों में एक नई चेतना भरी। उनके राजनीतिक स्तर को उंचा उठाया और अपने राजनीतिक अधिकारों के प्रति सजग हुए।
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