आइए जानते हैं कितनी खतरनाक है खराब हवा
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, कई मरीज जिन्हें पहले से ही सांस लेने में दिक्कत थी और इलाज के बाद उनकी हालत सामान्य हो गई थी, पिछले कई दिनों में उनकी हालत और भी खराब हो गई है। ऐसे मरीजों को इन्हेलर का सहारा लेना पड़ता है। कुछ मरीजों में अस्थमा के लक्षण भी दिखाई देते हैं।
डॉक्टर के मुताबिक अस्पताल आने वाले सांस के मरीजों में कुछ मरीज ऐसे भी होते हैं जिनमें संक्रमण लंबे समय तक बना रहता है। हमारे देश में नवंबर शुरू होते ही ठंड का असर बढ़ने लगता है, जिससे बीमारियां बढ़ने लगती हैं। वर्तमान समय में कुछ मामलों में ऐसा भी देखा गया है जब लोग काफी समय बाद ही ठीक हो रहे हैं। इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है सावधानी बरतना।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, इस समय वुहान की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। वहां सांस संबंधी समस्याओं से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। चीन से मिली जानकारी के मुताबिक ये कोई नया नोबल वायरस नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि पहले बच्चे और फिर बड़े लोग इस प्यार का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में चीन पर नजर रखने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसका आकलन कर रहे हैं।
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