Mahakumbh Stampede : मौनी अमावस्या के मौके पर स्नान के लिए गए करोड़ों श्रद्धालुओं में से कई श्रद्धालु वापस घर लौटकर नहीं आए हैं। वहां भगदड़ मच गई और भीड़ ने कई लोगों को कुचल दिया जिसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें कोलकाता की रहने वाली बसंती पोद्दार भी चल बसी। वह अपने बेटे बेटी और बहन के साथ कुंभ नहाने गई थी।
भीड़ ने कुचला मां का सर ( Mahakumbh Stampede )
महाकुंभ में जब अचानक से भगदड़ मची और लोग इधर-उधर भागने लगे तब बसंती नीचे गिर गई और लोग उसके ऊपर से निकलने लगे।वहां लोगों के पैरों के नीचे वह दब गई और जब तक उन्हें भीड़ से निकल गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। उनका लाश उनके बेटे को दे दिया गया और बेटे ने कहा कि उनके 100 का पोस्टमार्टम भी नहीं हुआ।
भयानक था भगदड़ का नजारा
बसंती पोद्दार के बेटी ने बताया कि वह अपनी मां के साथ पैदल जा रही थी तभी अचानक से भीड़ बढ़ने लगी और भीड़ काबू नहीं हो रही थी जिसके बाद प्रशासन के अमले ने भीड़ पर काबू करने की कोशिश की तभी भीड़ में बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। बैरिकेडिंग तोड़ने के बाद उनकी मां भीड़ में संभाल नहीं पाई और नीचे गिर गई। ने कहा कि कुछ लोग आए और उनकी मां को उठाएं लेकिन प्रशासन से कोई नहीं आया।
रितिक की बेटी ने कहा कि हम सभी घायल हैं और अचानक भीड़ पीछे से आने लगी और जब बैरिकेड टूटा तब भीड़ का दबाव काफी ज्यादा बढ़ गया था। घटना के समय एक भी पुलिस नहीं थी और वहां व्यवस्था बिल्कुल ही खराब थी। मृतिका बसंती पोद्दार के पति कोलकाता में घर पर ही थे वह महाकुंभ नहीं गए थे। उन्होंने रोते हुए कहा कि मैं कभी नहीं सोचा था कि वह इस तरह चली जाएगी। वह अपने बच्चों के साथ महाकुंभ स्नान करने गई थी लेकिन अब वह हमें छोड़कर हमेशा के लिए जा चुकी है। इतना कहते हुए वह जोर-जोर से रोने लगे।
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