- Monsoon Session 2024: आज से मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला मानसून सत्र यानी बजट सत्र (Budget 2024) शुरू होने जा रहा है। ये सत्र 22 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। संसद सत्र को सही तरीके से चलाने के लिए के सरकार ने आज मानसून सत्र और बजट से पहले पार्लियामेंट हाउस में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई। बैठक में बीजेपी समेत 44 पार्टियों ने हिस्सा लिया। लेकिन विपक्षी पार्टियां एक बार फिर से संसद में सियासी गूंज की तैयारी में है। यानी संसद में एकबार फिर हंगामे के आसार पूरे हैं।
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद देश का बजट पेश करने जा रही है तो विपक्ष भी अपनी पूरी तैयारी के साथ इस बार सदन में एंट्री मारने की तैयारी में है। सदन के इस सत्र में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केन्द्रीय बजट 2024 पेश करेंगी। सत्र के लिए सरकार और विपक्ष तैयारी में जुटे हुए हैं। जिस तरह की तैयारी दोनों ओर दिख रही रही है। इससे साफ जाहिर है कि संसद में इस सत्र में भी दोनों पक्षों के बीच वार और पलटवार का की गूंज सुनाई देगी।
बजट को लेकर मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्ष कई मुद्दों को पहले ही भूना चुका है। जिसे वो सदन में उठाने की पूरी कोशिश करेगा। बजट से पहले देशभर में कई ऐसे मुद्दे हैं जो देशभर की सियासत में गरमाए हुए हैं। कांग्रेस समेत विपक्षी दल के सांसद सदन में सबसे ज्यादा किसान, मजदूर, जवान और महंगाई के मुद्दों को उठाने की कोशिश करेगा। सरकार को घेरने के लिए बढ़ती महंगाई-घटती कमाई, नीट पेपर लीक, किसान-एमएसपी की गारंटी, स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर समर्थन मूल्य, कर्ज माफी के साथ अग्निवीर योजना को खत्म करने की मांगों को विपक्ष मजबूत करेगा।
इसके साथ ही बीते दिनों लगातार जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों और सेना के काफिलों पर हमले को लेकर भी विपक्ष सरकार से जवाब मांगने के मूड में है। ऐसे ही तमाम मुद्दों के साथ विपक्ष मणिपुर हिंसा को भी भूलने नहीं देगा। विपक्षी सांसद मणिपुर की घटना को लगातार कई मौकों पर उठा चुके हैं और अब विपक्ष के पास एक बेहतरीन मौका है जिसे वो उठाना चाहता है और सरकार से जवाब मांगेगा।
उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर मालिकों के नाम लिखवाने समेत कई दूसरे मुद्दों पर समाजवादी पार्टी के नेता समेत विपक्षी सांसद सरकार को घेरने की तैयारी है। लेकिन सिर्फ सदन में विपक्ष की ही गूंज नहीं रहने वाली। बीजेपी समेत उसके सहयोगियों को पता है कि विपक्ष कई मामलों पर सवाल करेगा उसके लिए NDA सांसद भी तैयारी कर रहे हैं और एकजुटता दिखाने की कोशिश करेंगे।
पिछले सत्र के दौरान सदन में हुए हंगामे ने देशभर में सुर्खिया बंटोरी है। ऐसे में राहुल गांधी एक बार फिर से सरकार और प्रधानमंत्री पर सीधे वार करने की कोशिश में रहेंगे। विपक्ष के नेता राहुल गांधी सदन में क्या करने वाले हैं इसको लेकर भी उन्होंने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। राहुल गांधी का सबसे ज्यादा नौजवान,किसान-मजदूर, जवान के साथ आम-गरीब जनता पर राहुल गांधी का फोकस रहेगा। बेरोजगारी और नीट पेपर लीक राहुल गांधी के लिए एक बड़ा विषय रहने वाला है जिसके जरिए वो मोदी सरकार पर सीधा हमला करेंगे और जवाब मांगेंगे।
वहीं, इस बार राहुल गांधी के पास सबसे बड़ा मुद्दा है किसान का ऐसा इसलिए क्योंकि बीते दिनों ही किसान संगठन और किसान नेताओं ने राहुल गांधी समेत पूरे विपक्ष से सदन में किसानों के मुद्दे के साथ ही सदन में प्राइवेट मेंबर बिल लाने की अपील की थी। जिससे की सरकार को इस प्राइवेट बिल के जरिए चोट पहुंचाई जा सके। वहीं, कांग्रेस की ओर से सदन में जवानों के लिए अग्निवीर योजना बंद करने की भी मांग की जाएगी। इस मुद्दे को कांग्रेस लगातार उठाती रही है और इस पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है।
लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद राहुल गांधी समेत विपक्ष के नेताओं में नई ऊर्जा आई है और अब विपक्षी नेता मोदी सरकार को सड़क से लेकर सदन तक सीधा हमला कर रही है। राहुल गांधी ने पिछले सत्र के दौरान भी सदन में मोदी सरकार समेत एनडीए के सांसदों पर तीखा वार भी किया था और सरकार को बेजरोजगारी, महंगाई समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया था।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी की लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी तीखी नोकझोंक हुई थी। भाषण की शुरुआत में ही राहुल गांधी ने संविधान की कॉपी सदन में दिखाई थी। फिर भाषण के दौरान राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाई तो सदन में हंगामा बढ़ता चला गया। एक तरफ बीजेपी के सांसद तस्वीर दिखाने पर आपत्ती जता रहे थे तो विपक्षी सांसद तस्वीर क्यों ना दिखाने को लेकर सवाल कर रहे थे।
राहुल गांधी इस बार भी अपनी तैयारी के साथ सदन में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं तो वहीं, बीजेपी भी विपक्ष को दबाने के लिए प्लान तैयार करने में जुटी है। हालांकि, बजट और सत्र को लेकर हंगामा कितना होगा इसकी उम्मीद कुछ नहीं की जा सकती है, लेकिन ये तो तय है कि इस बार कई खास मुद्दों के साथ सदन में चर्चा जरूर होगी।
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