Mysterious Lake: भारत में एक से बढ़कर एक रहस्यमई जगह है जहां हर साल लाखों के संख्या में टूरिस्ट जाते हैं। भारत में एक ऐसा झील है जहां जाने वाला व्यक्ति आज तक वापस नहीं आया। एक बार रिसर्च में यहां बड़े पैमाने पर कंकाल पाया गया लोग इस झील को भूतिया झील भी कहते हैं।
भारत में उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित रूपकुंड झील, जिसे “कंकाल झील” के नाम से भी जाना जाता है, अपनी रहस्यमय कहानियों और अद्भुत प्राकृतिक संरचना के लिए प्रसिद्ध है। यह झील समुद्र तल से लगभग 5,029 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और हिमालय की त्रिशूल पर्वत श्रृंखला से घिरी हुई है। इस झील का रहस्य और रोमांच इसे दुनिया की सबसे रहस्यमयी झीलों में से एक बनाता है।
बेहद ही रहस्यमय है ये झील (Mysterious Lake)
रूपकुंड झील का सबसे बड़ा रहस्य इसके अंदर और आसपास पाए जाने वाले *सैकड़ों मानव कंकाल* हैं। यह कंकाल गर्मियों में बर्फ के पिघलने के बाद दिखाई देते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये कंकाल 9वीं शताब्दी के हैं और संभवतः तीर्थयात्रियों का एक समूह था, जो एक प्राकृतिक आपदा, जैसे कि भारी ओलों की चपेट में आकर मारा गया।
स्थानीय मान्यताएं और डरावनी कहानियां है इससे जुडी
स्थानीय लोग इस झील को भूतिया मानते हैं और कहते हैं कि यहां जाने वाले लोग वापस नहीं लौटते। उनकी मान्यता है कि यह झील देवी नंदा के प्रकोप का परिणाम है। कहा जाता है कि राजा जसधवल और उनकी सेना ने इस क्षेत्र में देवी का अपमान किया था, जिसके कारण सभी पर भारी आपदा आ गई।
वर्षों के अनुसंधान से यह पता चला है कि कंकालों के डीएनए परीक्षण के अनुसार, इनमें अलग-अलग समूहों के लोग शामिल थे।कुछ कंकालों के सिर पर चोट के निशान पाए गए, जो भारी ओलों से उनकी मृत्यु का संकेत देते हैं। यह झील एक हिमनदीय झील है, जो साल के अधिकांश समय बर्फ से ढकी रहती है।
क्या यह सच में खतरनाक है?
हालांकि इस झील से जुड़ी कहानियां डरावनी लग सकती हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह एक प्राकृतिक घटना का उदाहरण है। फिर भी, झील का वातावरण और इसके आसपास के कंकाल इसे बेहद रहस्यमय बनाते हैं।
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