Ram Mandir: आज पूरा देश राम नाम की माला जप रहा है। अयोध्या नगरी में राम लला का भव्य स्वागत हो रहा है। इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाने के लिए देशभर से राम भक्त राम मंदिर आ रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्री राम के दर्शन से पहले अयोध्या में विराजित हनुमान जी से आज्ञा लेनी पड़ती है। इस मंदिर का नाम हनुमानगढ़ी है। आईए जानते हैं कि हनुमानगढ़ी का महत्व…
हनुमानगढ़ी में लेनी पड़ती है आज्ञा
मान्यता है कि लंका से लौटने के बाद भगवान श्री राम सीता माता, भाई लक्ष्मण और हनुमान जी के साथ अयोध्या जब आए। तब श्री राम जी ने हनुमान जी को अयोध्या में रहने का आदेश देते हुए अपनी सेवा में लिया था। तभी से हनुमान जी हनुमानगढ़ी मंदिर में ही रहने लगे। आज भी कोई भक्त राम जी के दर्शन करने आता है तो पहले हनुमानगढ़ी में जाकर हनुमान जी से आज्ञा लेनी होती है।
300 वर्ष पुराना है हनुमानगढ़ी
हनुमानगढ़ी मंदिर की स्थापना 300 वर्ष पहले स्वामी अभयरामदासजी के निर्देश पर सिराजुद्दौला ने की थी। हनुमानगढ़ी के दक्षिण में सुग्रीव टीला और अंगद टीला हैं। हनुमानजी को भगवान राम के आदेशनुसार अयोध्या का प्रभारी कहा जाता है।
सरयू नदी के किनारे बसा है हनुमानगढ़ी
हनुमानगढ़ी मंदिर अयोध्या में सरयू नदी के दाहिने किनारे पर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इसमें 77 सीढ़ियां हैं। मंदिर की दीवारों पर हनुमान चालीसा और चौपाइयां लिखी हुई हैं। पवनपुत्र की मूर्ति दक्षिण दिशा की ओर है।
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