Russia-Ukraine War : Russia और Ukraine के बीच हो रहे इस युद्ध को इस वक्त का सबसे बड़ा युद्ध कहा जाये तो इसमे कोई खराबी नहीं हैं| इस युद्ध के कारण न केवल मानवता का बल्कि प्रकृति का भी बहुत हद तक नुकसान हो रहा हैं| ये युद्ध काफी समय से खबरों में बना हुआ हैं| अब ऐसी खबर आ रही हैं कि शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने रूस के राष्ट्रपति से इस युद्ध को खतम करने के बारे में बात की हैं|
क्या हुई दोनों राष्ट्रपतियों के बीच Russia-Ukraine युद्ध को लेकर बात ?
खबरों की माने तो ऐसा सामने आया हैं कि शनिवार को सेंट पीटर्सबर्ग में 18वीं सदी के कांस्टेंटिनोव्स्की पैलेस में एक मुलाक़ात के दौरान अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने Russia के राष्ट्रपति से कहा की इस युद्ध को रोक देना चाहिए| रमाफोसा ने कहा कि इस युद्ध को बातचीत और कूटनीतिक माध्यम से सुलझाया जाना चाहिये| उनका कहना है कि अब जितना जल्दी इस युद्ध को खतम कर दिया जाएगा उतना ही अच्छा होगा क्योंकि इससे बहुत ज्यादा नकारात्मक प्रभाव पड़ता नजर आ रहा हैं|
क्या नकारात्मक प्रभाव दे रहा हैं ये युद्ध ?
अफ्रीकी राष्ट्रपति रामाफोसा Russia के राष्ट्रपति से मिलने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे थे| उसमे सात और अफ्रीकी नेता उनके साथ शामिल थे| अफ्रीकी शांति मिशन को जारी रखने के लिए रमाफोसा शनिवार को रूस के राष्ट्रपति के साथ सेंट पेटर्सबर्ग पहुंचे थे| रामफोसा ने रूस के राष्ट्रपति से कहा कि इस युद्ध से दुनिया भर के कई देशो को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं| उन्होने अपने देश कि परेशानियों को बताते हुए कहा कि इस युद्ध से अफ्रीकी महाद्वीप पर बहुत ज्यादा नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा हैं|
Russia का क्या होगा अगला फैसला ?
Russia के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि वे अफ्रीका से आए नेताओ का सम्मान करते हैं साथ ही उन्हे कोई परेहसानी न हो इसका वे खास ध्यान रखेंगे| उन्होने कहा हैं कि उनके कारण उनके मित्रदेश अफ्रीका को कोई नुकसान नहीं होगा| पुतिन ने दावा किया हैं कि वे उन सभी के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं जो न्याय के सिद्धांतों पर शांति की मांग कर रहे हैं|
क्यों शुरू हुई था Russia-Ukraine के बीच युद्ध ?
लगभग आज से 7-8 साल पहले इस युद्ध कि शुरुआत 2014 में हुई थी| वर्ल्ड वार 2 के इतने सालो बाद ऐसी स्थिति पहली बार आगाई थी जब किसी यूरोपियन देश के द्वारा किसी और राज्य पर कब्जा कर लिया गया हो| Russia ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था जिससे इस युद्ध कि शुरुआत हुई थी| लगभग विश्व युद्ध 3 की जैसा माहौल होने जा रहा जा रहा था क्यूकी कई देश रूस के समर्थन में आ गए तो कई यूक्रेन के समर्थन में आ गए| लेकिन सभी देशो ने जनहित हो सोचते हुए ऐसा कुछ न करने का फैसला लिया| देखना ये हैं कि इतने सालो से चल रहे इस युद्ध का अंत कैसे और कब होगा|
(यह खबर विधान न्यूज में इंटर्न कर रहीं कशिश नागर ने तैयार की है)
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