ये अतिथि रहे मौजूद
ट्रेलर रिलीज के अवसर पर संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारी, बीके जयंती बहन-अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका, बी के मुन्नी दीदी-संयुक्त मुख्य प्रशासिका, बी के संतोष दीदी- संयुक्त मुख्य प्रशासिका, बी के शशी दीदी-संयुक्त मुख्य प्रशासिका, बी के शारदा दीदी मौजूद थीं। इन सबके अलावा संस्थान के महासचिव ब्रह्माकुमार निर्वेरभाई जी,अतिरिक्त महा सचिव ब्रह्माकुमार ब्रजमोहन भाई जी,संस्थान के कार्यकारी सचिव मृत्युंजय भाई जी, मल्टीमीडिया प्रमुख बी के करुणा भाई जी तथा ज्ञानामृत प्रिटिंग प्रेस के डायरेक्टर बी के आत्माप्रकाश भाई जी उपस्थित थे।
बता दें कि ब्रह्माकुमारीज़ (Brahma Kumaris) एक आध्यात्मिक संगठन है जो 137 देशों में सफलतापूर्वक आध्यात्मिकता का संदेश को प्रसारित कर आम जन के जीवन को सुख शांतिमय बनाने का कार्य करती है।
अति सराहनीय पहल
महिलाओं के जीवन, सम्मान, सुरक्षा एवं शिक्षा के बारे में वर्षो से चर्चा होती रही है। पर इस विषय पर ब्रह्मा कुमारीज़ (Brahma Kumaris) के साकार संस्थापक प्रजा पिता ब्रह्मा बाबा (लेखराजकृपलानी जी ) द्वारा उनको ससक्त बनाने और विश्वकल्याण के कार्य में अमूल्य योगदान देने के लिए प्रेरित करना अति सराहनीय कार्य हैं। इसे लोग अब पर्दे पर देख सकेंगे। इस फिल्म की कहानी संस्था के लेखक जगदीश चन्द्र जी के लेखनी से लिखी किताब “एक अदभुत जीवन कहानी” से ली गई है।
समूचे विश्व के लिए आदर्श
फिल्म के क्रिएटिव प्रोड्यूसर सुजीत सरकार ने अपना सन्देश देते हुए कहा कि मैंने माउंट आबू में ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय का दौरा किया है। मैं यह सब देख कर आश्चर्य चकित हूं की संसथान के सर्वोच्च प्रशासनिक पदों में महिलाये ही आसीन हैं और उन्होंने हमेशा पुरुषों के साथ साझेदारी में निर्णय लिए हैंl उनका यह सम्मान, समानता एवं विनम्रता आधारित नेतृत्व समूचे विश्व के लिए आदर्श मॉडल है।
सुजीत सरकार के अनुसार, उन्होंने बहुत सारी फिल्में बनाईं लेकिन इस फिल्म ने मुझे भावविभोर कर दिया। यह एनीमेशन मूवी वाकई देखने लायक हैl बता दें कि फिल्म के क्रिएटिव डायरेक्टर सुजीत सरकार जी को उनके फिल्मों के लिए 5 नेशनल फिल्म अवार्ड प्राप्त हुए हैंं।
चुनौतीपूर्ण था यह काम
फिल्म ‘The Light’ के एनिमेशन डायरेक्टर भ्राता प्रसाद आजगांवकर ने अपने सन्देश में कहा कि, “The Light” फिल्म की कहानी दादा लेखराज के जीवन आधारित है। कैसे एक समृद्ध हीरे के व्यापारी ने समाज में महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से अपनी सारी संपत्ति महिलायों की एक ट्रस्ट बनाकर उन्हें दे दी, यह सब इसमें दिखाया गया है।
यह भी पढ़ें-
Brahma Baba Smriti Diwas: ब्रह्मा बाबा ने शाश्वत प्रेम सिखाया
ट्रस्ट का बनाने का उद्देश्य सिर्फ मानवीय मूल्यों के बारे में जागरूकता फैलाना तथा आध्यात्मिकता के माध्यम से दुनिया में शांति और सद्भावना लाना हैं। एनीमेशन द्वारा इस सुंदर कहानी को रियलस्टिक यानी वास्तविक बनाना काफी चुनौतीपूर्ण काम था फिर भी मैंने इसमें कोई कसर नहीं छोडी है।
जीत लिया दिल
फिल्म के एनीमेशन निर्देशक प्रसाद अजगांवकर ने कहा कि इफ्फी (IFFI) में प्रदर्शित सभी फिल्मों में से “द लाइट” ने मेरा दिल जीत लिया था और मुझे कहना होगा कि इस प्रकार की फिल्में जनता को देखनी चाहिए, ताकि वे कुछ आध्यात्मिक संदेश ले जा सकें।
यह भी पढ़ें-
प्रसाद अजगांवकर के अनुसार, दादा लेखराज के जीवन को “The Light” फिल्म के जरिये देखने से यह पता चलता है कि आध्यात्मिकता का मार्ग उतना कठिन नहीं है, जितना हमने सोचा था। साथ ही यह दर्शकों को राजयोगी बनने के लिए प्रेरित करेगी।
यह भी पढ़ें-
Didi Manmohini Biography: अनथक सेवा भाव से जगायी अध्यात्मिकता की ज्योत
मैं दृढ़ता से कह सकता हूं कि आज के युग में एक ओर जहां हर जगह अराजकता और गड़बड़ी व्याप्त है ऐसे में “The Light” फिल्म देखना किसी सुखद अनुभवसे कम नहीं होगा।
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter, Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।