VB–G Ram G Bill: लोकसभा में बुधवार को भारी राजनीतिक हंगामे और विपक्ष के तीखे विरोध के बीच ‘वीबी-जी राम जी’ विधेयक को पारित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने इस बिल को लेकर आपत्ति जताई और सरकार पर बिना पर्याप्त चर्चा के विधेयक लाने का आरोप लगाया। लगातार नारेबाज़ी और शोर-शराबे के चलते सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई।
सरकार की ओर से विधेयक पेश करते हुए कहा गया कि वीबी-जी राम जी बिल देशहित से जुड़ा एक महत्वपूर्ण कदम है और इसका उद्देश्य व्यवस्था में सुधार लाना है। सरकार का तर्क था कि यह विधेयक समय की मांग है और इससे संबंधित क्षेत्रों में पारदर्शिता और प्रभावशीलता बढ़ेगी। सत्ता पक्ष के नेताओं ने विपक्ष से शांतिपूर्ण चर्चा की अपील भी की, लेकिन हंगामा थमता नहीं दिखा।
पास हुआ VB–G Ram G Bill
विपक्षी दलों का कहना था कि इस बिल के कई प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा आवश्यक थी। उनका आरोप रहा कि सरकार संसदीय प्रक्रियाओं की अनदेखी कर जल्दबाज़ी में विधेयक पारित कराना चाहती है। विरोध के तहत कई विपक्षी सांसद वेल में आ गए और नारेबाज़ी करते हुए सरकार के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया।
स्थिति को संभालते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से बार-बार अपनी सीटों पर लौटने की अपील की। हंगामा जारी रहने के बावजूद कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया और अंततः मतदान की प्रक्रिया पूरी कराई गई। बहुमत के आधार पर यह विधेयक लोकसभा से पारित हो गया। बिल के पारित होते ही सत्ता पक्ष के सांसदों ने मेज़ थपथपाकर अपना समर्थन जताया, जबकि विपक्ष ने विरोधस्वरूप सदन से वॉकआउट कर दिया।
राजनीतिक गलियारों में इस विधेयक को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस बिल को लेकर संसद के बाहर भी राजनीतिक बयानबाज़ी देखने को मिल सकती है। अब वीबी-जी राम जी विधेयक को आगे की संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उच्च सदन में पेश किया जाएगा, जहां इस पर फिर से चर्चा और बहस होने की संभावना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह विधेयक आने वाले समय में राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से अहम साबित हो सकता है। वहीं विपक्ष ने साफ कर दिया है कि वह इस मुद्दे पर अपना विरोध जारी रखेगा।

