
Wing Commander Namansh Syal: भारतीय वायु सेना का एक होनहार पायलट, विंग कमांडर नमान्श स्याल, दुबई एयर शो में हुए दुर्घटना में शहीद हो गए। उनका तेजस लड़ाकू विमान प्रदर्शन उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा न केवल भारतीय वायु सेना के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गहरा धक्का है।
नमान्श स्याल का एक साधारण परिवार से असाधारण पायलट तक (Wing Commander Namansh Syal)
नमान्श स्याल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के थे। उनके पिता सेना में रहे और बाद में शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दिया। नमान्श ने सैनिक स्कूल सुजानपुर तिरा से अपनी पढ़ाई पूरी की और भारतीय वायु सेना में शामिल होकर अपनी उड़ान की यात्रा शुरू की।
उनकी पत्नी भी वायु सेना में हैं और उनका एक प्यारा सा छह साल का बेटा है। परिवार और गांव के लोग अब गहरे शोक में हैं।
वीरता और कौशल की मिसाल
नमान्श स्याल No. 45 स्क्वाड्रन से जुड़े थे और Sulur एयर बेस पर तैनात थे। साथियों का कहना है कि वे बेहद प्रोफेशनल, निडर और अनुशासित पायलट थे। दुबई एयर शो के दौरान उन्होंने एक एरोबैटिक प्रदर्शन किया, लेकिन दुर्भाग्यवश विमान नियंत्रण खो बैठा और हादसा हो गया।
देश ने दी श्रद्धांजलि
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और कई नेताओं ने नमान्श स्याल को श्रद्धांजलि दी। उनके साहस और समर्पण की मिसाल आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। उनके गांव में राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका कर उनका सम्मान किया गया।
विंग कमांडर नमान्श स्याल ने साबित किया कि देशभक्ति सिर्फ शब्दों में नहीं होती, बल्कि कार्य और बलिदान में झलकती है। उनका साहस और जीवन हमें यह याद दिलाता है कि असली नायक वही हैं जो अपने देश और कर्तव्य के लिए अपनी जान तक न्योछावर कर दें।
रिंग कमांडर का अंतिम संस्कार उनके कांगड़ा के गांव में किया जाएगा। उनकी एक 6 साल की बेटी भी है और उनकी पत्नी भी एयरफोर्स में विंग कमांडर है।
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Google News, Twitter और YouTube पर फॉलो करें।Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा–तरीन खबर।