Shastra Tips: हिंदू धर्म में शास्त्रों का बहुत बड़ा महत्व है। शास्त्र हमें जीवन जीना और जीवन की रक्षा करना सिखाता है। शास्त्र के अनुसार चलने वाले व्यक्ति का जीवन सदैव आनंद से बितता है। शास्त्रों में जीवन के छोटे से बड़े हर एक क्रियाओं के बारे में विस्तार से लिखा गया है। बहुत से लोग कभी बाएं तो कभी दाएं हाथ से खाना खाते हैं। लेकिन सनातन धर्म में खाना हमेशा दाहिने हाथ से खाने की सलाह दी जाती है। बाएं हाथ से खाना खाना अशुभ माना जाता है। ऐसा क्यों है आइए जानते हैं इस लेख में:-

खाने के लिए क्यों करें दाहिने हाथ का प्रयोग
शास्त्रों के अनुसार हमारा दाहिना हाथ सूर्य नाड़ी का कार्य करता है, वहीं बायां हाथ चंद्र नाड़ी का। सूर्य नाड़ी का इस्तेमाल ऐसे कार्यों में किया जाता है, जिसमें ज्यादा ऊर्जा की आवश्यकता होती है। वही चंद्र नाड़ी का इस्तेमाल ऐसे कार्य में किया जाता है, जिसमें कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है। खाना हाथों से खाने से सभी ऊर्जाएं आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी हाथों के प्रभाव से शरीर के भीतर प्रवेश करके सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है।
भोजन करना है शुभ कार्य
शास्त्रों के अनुसार शुभ कार्य हमेशा दाहिने हाथ से करना चाहिए ,जिससे उसमें सफलता मिलती है। शास्त्रों में भोजन करने को भी शुभ कार्य माना गया है। इसी वजह से दाहिने हाथ से खाना खाने की सलाह दी जाती है, ताकि शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का वास हो।
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दाहिने हाथ से खाना खाने के अन्य कारण
दाएं हाथ से खाना खाने का एक कारण यह भी है कि ज्यादातर लोग शौच आदि के लिए बाएं हाथ का इस्तेमाल करते हैं। यही कारण है कि शास्त्रों में बाएं हाथ से खाना खाने को अशुभ माना जाता है और दाहिने हाथ से खाना खाने की सलाह दी जाती है।
(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)
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