World Fisheries Day: हर वर्ष 21 नवंबर को वर्ल्ड फिशरीज डे यानी विश्व मत्स्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का काफी महत्व है। विश्व में जो मछुआरे समुदाय हैं वो सभी इस दिन को बहुत ही खुशी के साथ मनाते हैं। इन दिन स्वस्थ महासागरों के पारिस्तिथिकी तंत्र के महत्व को लोगों को समझाया जाता है एवं इस दिन मत्स्य पालन के स्थायी भंडार को सुनिश्चित करने के ऊपर प्रकाश डाला जाता है।
जानें विश्व मत्स्य दिवस का महत्व
इस दिन को मनाने का उद्देश्य निवास स्थान के विनाश, अत्यधिक मछली पकड़ने और अंतर्देशीय संसाधनों की स्थिरता के लिए अन्य गंभीर खतरों की ओर ध्यान केंद्रित करना है। यह दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि लोगों के बीच स्वस्थ समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व को उजागर किया जा सके। इससे दुनिया भर में टिकाऊ मत्स्य पालन भंडार सुनिश्चित किया जा सकेगा।
विश्व मत्स्य दिवस का इतिहास
इसे वर्ष 1997 में लॉन्च किया गया था। ‘वर्ल्ड फिशरीज फोरम’ का गठन नई दिल्ली में 18 देशों के प्रतिनिधियों के साथ किया गया था और वैश्विक जनादेश के साथ टिकाऊ मत्स्य पालन प्रथाओं और नीतियों का समर्थन करने के लिए इस घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए थे। तब से, हर साल दुनिया का मछुआरा समुदाय 21 नवंबर को विश्व मत्स्य पालन दिवस मनाने के लिए एक साथ आता है।
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