
World Press Freedom Day 2023: अपनी जिंदगी को जोखिम में डालकर काम करने वाले पत्रकारों की आवाज हमेशा शिखर पर रहें उस आवाज को कोई दबा ना सके, इसके लिए जरूरी है कि उनके आदर्शो को मानना और उनको स्वतंत्रता मिलना बहुत जरूरी है और यही उद्देश्य से 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।
3 मई को मनाए जाने वाले विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस भारत ही नहीं पूरी दुनिया के पत्रकारों के गौरव और सम्मान का दिन होता है।
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World Press Freedom Day 2023: इस दिन को मनाने का कारण
भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में प्रेस की स्वतंत्रता के साथ अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार को सुनिश्चित किया गया है। विश्व स्तर पर प्रेस की आजादी को सम्मान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया, जिसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
यूनेस्को द्वारा 1997 से हर साल 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम प्राइज भी दिया जाता है। यह पुरस्कार उस व्यक्ति अथवा संस्थान को दिया जाता है जिसने प्रेस की स्वतंत्रता के लिए उल्लेखनीय कार्य किया हो। 1997 से अब तक भारत के किसी भी पत्रकार को यह पुरस्कार नहीं मिलने की एक बड़ी वजह कई वरिष्ठ पत्रकार पश्चिम और भारत में पत्रकारिता के मानदंडों में अंतर को बताते हैं।
World Press Freedom Day 2023: विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य
प्रेस किसी भी समाज का आईना होता है। प्रेस की आजादी से यह बात साबित होती है कि उस देश में अभिव्यक्ति की कितनी स्वतंत्रता है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रेस की स्वतंत्रता एक मौलिक जरूरत है। प्रेस और मीडिया हमारे आसपास घटित होने वाली घटनाओं से हमें अवगत करवा कर हमारे लिए खबर वाहक का काम करती हैं, यही खबरें हमें दुनिया से जोड़े रखती हैं।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। प्रेस की आजादी और समाचारों को लोगों तक पहुंचाकर, सशक्त हो रहे मीडियाकर्मियों का व्यापक विकास करना इसका उद्देश्य है।
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