चावल के पानी यानी मांड में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है जो दिनभर आपको थकान महसूस नहीं होने देता है और आपकी एनर्जी को बनाए रखता है।
सुबह के समय मांड पीना शरीर के एनर्जी बूस्ट करने का सबसे बढ़ियां तरीका है।
चावल के पानी में भरपूर मात्रा में विटामिन होता है। इसमें विटामिन बी, सी, ई और कई तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं जो थकान को दूर करने में सहायक होते हैं।
मांड में विटामिन-बी के साथ-साथ 'इनोसिटोल' नामक तत्व होता है जो ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है। इससे त्वचा साफ होती है।
वायरल इंफेक्शन या फिर बुखार में मांड पीने से शरीर में जहां पानी की कमी दूर होता है वहीं शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी मिलते जो बुखार से जल्दी ठीक होने में मदद करता है।
मांड में प्रचूर मात्रा में फाइबर होता है जो मेटाबॉलिज्म को तंदुरुस्त रखने में मदद करता है।
मांड डाइजेशन को बेहतर कर डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक करता है। साथ ही यह अच्छे बैक्टीरिया को एक्टिव करता है, जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती।
चावल का पानी वाइट डिस्चार्ज यानी Leucorrhoea की समस्या में काफी फायदेमंद बताया गया है। इसके नियमित सेवन से वाइट डिस्चार्ज की समस्या में काफी फायदा मिलता है।
चावल का पानी पेशाब में जलन, दस्त, रक्तस्राव विकार और हैवी पीरियड्स में लाभदाय है।
मांड़ में नमक मिलाकर पीने से हाइपोटेंशन या लो ब्लड प्रेशर की समस्या में काफी फायदा मिलता है।
चावल के मांड़ के सेवन से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होने की संभावना कम रहती है।