Best 11 Places to Visit in Mathura
धार्मिक स्थलों का राजा है मथुरा, इन 11 मुख्य दर्शनीय स्थलों में झलकती है इसकी सुंदरता
द्वारकाधीश मंदिर (Dwarkadhish Temple, Mathura)
मान्यता है कि द्वारकाधीश मंदिर उस कारागृह के नजदीक मौजूद है, जहां पर कंस ने माता देवकी और वासुदेव को कैद कर रखा था। यह विश्राम घाट के नजदीक स्थित है। इस मंदिर में भगवान कृष्ण की सुंदर मूर्ति को द्वारका के राजा के रूप में दिखाया गया है।
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर (Krishna Janmabhoomi)
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर को भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्थान माना जाता है। यह मंदिर उस जेल कोठरी के उस जगह मौजूद है जहां पर भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर को भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्थान माना जाता है। यह मंदिर उस जेल कोठरी के उस जगह मौजूद है जहां पर भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।
यमुना नदी के किनारे पर स्थित है विश्राम घाट। इसके बारे में कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण ने अपने क्रूर मामा कंस का वध करने के बाद इसी स्थान पर आकर विश्राम किया था।
राधा कुंड राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी को दर्शाता है। यह स्थान मुख्य रूप से वैष्णवो का धार्मिक स्थल माना जाता है। मथुरा की यात्रा में इस जगह को अपनी सूची में जरूर शामिल करें।
नंद गांव वह स्थान है जहां वासुदेव भगवान श्री कृष्ण को जन्म के बाद लाए थे। यह बरसाना से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मोती कुंड, नंद महल आदि नंद गांव के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
यहां आप राधा जी का जन्म स्थान और बृज भूमि का इलाका देख सकते हैं। राधा रानी मंदिर बरसाना का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है जहां पर भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
मथुरा की यात्रा करने वाले ज्यादातर लोग गोकुल भी जरूर जाते हैं। गोकुल मथुरा से लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भगवान श्री कृष्ण के बचपन की कई लीलाएं गोकुल से जुड़ी हुई है।
मान्यता है कि यह सरोवर वह स्थान है जिसके आस-पास राधा जी भगवान श्री कृष्ण से मिलने आया करते थे। यह सरोवर 60 फिट गहरा और 450 फिट लंबा है।
मथुरा में आगरा – दिल्ली राजमार्ग पर स्थित यह आश्रम लगभग 150 एकड़ के विशाल भू भाग में फैला हुआ है।
यह 19 वींं शताब्दी में निर्मित हुआ है। कुषाण और गुप्त साम्राज्य के ऐतिहासिक पुरातत्व भी यहां देखने को मिलते हैं।
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