Author: JYOTI MISHRA Published Date: 03/12/2024
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लेमनग्रास, चाहे सूखा हो या ताजा, इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक, एंटीडिप्रेसेंट, एंटीसेप्टिक, एंटी-एजिंग और कसैले सहित कई चिकित्सीय विशेषताएं होती हैं।
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लेमनग्रास में ऐसे रसायन होते हैं जो पाचन में सहायता करते हैं और कब्ज, सूजन और अन्य पाचन समस्याओं से बचने में सहायता करते हैं।
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लेमनग्रास में एंटी-इंफ्लेमेटरी रसायन होते हैं जो शरीर में दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह गठिया, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्या के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है।
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लेमनग्रास में सिट्रल और लिमोनेन सहित एंटीबैक्टीरियल प्रभाव वाले कई रसायन शामिल हैं। इन गुणों में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और शरीर को बीमारियों से बचाने की क्षमता होती है।
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लेमनग्रास शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जो हृदय रोग और अन्य संबंधित बीमारियों का कारण बनते हैं।
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यह मूत्र निर्माण और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायता कर सकता है, जिससे लीवर और किडनी की डिटॉक्सिफाइंग प्रक्रियाओं में सहायता मिलती है।
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एंटीडिप्रेसेंट गुण होते हैं जो चिंता और अवसाद के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। यह मस्तिष्क में एक रसायन सेरोटोनिन को बढ़ावा देते हैं जो आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
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लेमनग्रास में मौजूद साइट्रल का लंबे समय से मोटापे के इलाज और रोकथाम के लिए उपयोग किया जाता रहा है। यह पेट की चर्बी के निर्माण को कम करता है।
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