Mangal Dosha Prevention Remedy : आचार्य आशीष राघव द्विवेदी जी के अनुसार, मंगल जब किसी व्यक्ति की कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में बैठा होता है इससे मांगलिक या मंगल दोष कहा जाता है।
कुंडली में मंगल दोष के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए मंगल ग्रह शांति की पूजा करें।
कुंडली में अगर मंगल की स्थिति अशुभ है तो जातक को प्रतिदिन प्रात: कल शिवलिंग का जलाभिषेक और लाल रंग का फूल अर्पित करना चाहिए।
कुंडली में मंगल ग्रह की शांति के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष या फिर मूंगा रत्न ज्योतिषी की सलाह से धारण करना शुभ रहता है।
कुंडली में मंगल की स्थिति खराब होने पर जातक को प्रत्येक मंगलवार और शनिवार हनुमान जी की पूरे विधि-विधान से पूजा करना चाहिए।
कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति पर जातक को मसूर की दाल, गेहूं, लाल रंग के वस्त्र, गुड़, आदि का दान करना चाहिए।
कुंडली में मंगल दोष के कारण अगर शादी में बाधा आ रही है तो हनुमान जी की पूजा के दौरान उन्हें लाल रंग का सिंदूर अर्पित करने से विवाह के योग बनने लगते हैं।
इसके साथ विवाह से पहले नीम का पेड़ लगाने और 43 दिनों तक पेड़ की देखरेख करने से भी मंगल दोष दूर हो जाता है।
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