Author:JYOTI MISHRA Published Date: 27/12/2024

Photo Credit: Google

Manmohan Singh:  विभाजन में बिछड़ गया परिवार, आपातकाल के निर्णय नें किया था परेशान, जाने मनमोहन सिंह से जुड़ी 10 अनकही बातें  

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया है। 92 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है।  

नहीं रहे मनमोहन सिंह 

Photo Credit: Google

नमोहन सिंह की बेटी दमन सिंह ने अपनी किताब ‘स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन एंड गुरुशरण' में मनमोहन सिंह के कई राज से लोगों को रूबरू कराया है और कहीं न कहीं उनकी कमजोर छवि को तोड़ने की कोशिश की है।

स्ट्रिक्टली पर्सनल  :मनमोहन एंड गुरुशरण'

Photo Credit: Google

मनमोहन सिंह के पिता चाहते थे कि बेटा डॉक्टर बने। लिहाजा मनमोहन सिंह ने अप्रैल, 1948 में अमृतसर के खालसा कॉलेज के प्री-मेडिकल कोर्स में दाखिला भी लिया लेकिन कुछ ही महीनों के बाद पढ़ाई में दिलचस्पी न लगने की वजह से उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई छोड़ दी। 

डॉक्टरी की पढ़ाई में नहीं लगा मन

Photo Credit: Google

1948 में हिंदू कॉलेज में आए पढ़ाई छोड़ने के बाद मनमोहन सिंह अपने पिता की दुकान पर हाथ बँटाने लगे लेकिन यहां भी उनका मन नहीं लगा। ऐसे में मनमोहन सिंह ने तय किया कि वो फिर से कॉलेज में पढ़ने जाएँगे। इसके बाद उन्होंने सिंतबर, 1948 में हिंदू कॉलेज में दाखिला लिया।  

मेडिकल छोड़ने के बाद दुकान भी संभाला 

Photo Credit: Google

अप्रत्याशित था वित्त मंत्री बनना 1991 में जिस वक्त उन्हें देश का वित्त मंत्री बनाए जाने की जानकारी दी गई उस समय वह सो रहे थे। पीटीआई के मुताबिक मनमोहन सिंह के लिए ही यह फैसला उनके लिए अप्रत्याशित था। जब प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीसी एलेक्जेंडर का फोन आया उस वक्त मनमोहन सिंह सो रहे थे।  

जब वित्त मंत्री बनाया गया, तब सो रहे थे

Photo Credit: Google

मनमोहन सिंह कोई घरेलू काम नहीं कर पाते हैं। वे न तो अंडा उबाल सकते हैं और न ही टेलीविजन चालू कर सकते हैं।  

घरेलु काम नहीं करते हैं 

Photo Credit: Google

इंदिरा गांधी से इस कदम की उम्मीद नहीं थी 1975 के आपातकाल का जिक्र करते हुए दमन ने किताब में लिखा है कि इससे मनमोहन सिंह भी आश्चर्यचकित रह गए थे। उनके अनुसार, देश में अशांति का माहौल था लेकिन किसी को भी इंदिरा गांधी से इस तरह के कदम की अपेक्षा नहीं थी।  

आपातकाल के निर्णय से आश्चर्यचकित थे मनमोहन  

Photo Credit: Google

मनमोहन सिंह ने बाद में अर्थशास्त्र को अपना विषय बनाया। उनके मुताबिक उन्हें गरीब और गरीबी दोनों विषय में दिलचस्पी थी, वे जानना चाहते थे कि कोई देश गरीब क्यों है और कोई अमीर क्यों हो जाता है? इसी जिज्ञासा ने अर्थशास्त्र में उनकी दिलचस्पी जगाई।  

इस बार अर्थशास्त्र विषय पर की पढाई  

Photo Credit: Google

Samudrik Shastra: भाग्यशाली स्त्रियों के होते हैं ये लक्षण, ऐसे करें पहचान

और ये भी पढ़ें