Radha Ashtami 2025: राधा अष्टमी के दिन राधा कृष्ण को लगाएं इन चीजों का भोग, प्रसन्न होंगी राधा  रानी  

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Author: JYOTI MISHRA Published Date: 20/08/2025

इस बार राधा अष्टमी 31 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन पूजा-अर्चना करने का शुभ समय सुबह 11 बजकर 05 मिनट 01 बजकर 38 मिनट तक है।

राधा अष्टमी

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कान्हा जी को भोग लगाने के लिए 56 व्यंजन चढ़ाने की परंपरा है। लेकिन पूरे 56 व्यंजन का भोग लगाना आम इंसान के मुमकिन नही है। ऐसे में वो भगवान को कैसे खुश करे? दरअसल, कान्हा जी भोले हैं और वो इन 7 तरीके के भोग को पाकर ही खुश हो जाते हैं और इन्हें पूरे 56 व्यंजन के बराबर माना जाता है।  

भगवान कृष्ण को चढ़ाया जाता है छप्पन को

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यशोदा मैया भगवान श्री कृष्ण को बचपन में माखन मिश्री खिलाती थीं। इसलिए कान्हा जी के भोग में माखन मिश्री जरूर रखें।  

माखन मिश्री

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5 तरह के मेवे को मिलाकर भगवान को अर्पित करें। अगर हो सके तो इन मेवों को मिलाकर पाग या मिठाई बनाकर तैयार कर लें। भगवान कृष्ण इसे खाकर भी खुश हो जाते हैं। 

मेवे या मेवे का पाग

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भगवान को खुश करना है तो धनिया पंजीरा का भोग जरूर लगाएं। इन चीजों को मिलाकर भगवान को चढ़ाने से भगवान उतना ही खुश होते हैं जितना 56 व्यंजन को चढ़ाने से होते हैं। तो धनिया की पंजीरी भी इसमे शामिल है।  

धनिया पंजीरी

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घी, दूध, दही, शहद, मेवा से मिलकर बने पंचामृत को कान्हा जी को अर्पित करें। पंचामृत का भोग भगवान को बेहद प्रिय है।  

पंचामृत 

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इसके साथ ही कान्हा जी को शहद प्रिय है। बच्चे के जन्म पर उसे शहद चटाने की मान्यता है। इसलिए कान्हा के जन्म पर उन्हें शहद का भोग जरूर लगाएं।   

शहद 

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भगवान को जन्माष्टमी के दिन खीरा चढ़ाने की भी मान्यता है। खीरा लड्डू गोपाल को प्रिय है।     

खीरा 

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